अंतरप्रांतीय वाहन चोर गिरोह के पांच सदस्य गिरफ्तार
झरिया झरिया थाना पुलिस ने रविवार को अंतरप्रांतीय वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश किया। इस
झरिया : झरिया थाना पुलिस ने रविवार को अंतरप्रांतीय वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश किया। इसकी जानकारी रविवार को झरिया थाना में प्रेसवार्ता के दौरान सिटी एसपी आर राजकुमार ने पत्रकारों को दी। एसपी ने कहा कि झरिया, जोड़ापोखर व पुटकी थाना की पुलिस ने गुप्त सूचना के तहत जोड़ापोखर क्षेत्र में छापेमारी के दौरान पुलिस को बड़ी सफलता मिली। पुलिस ने पुटकी रोड जामाडोबा के पास लूट व चोरी के ट्रक को रंग-रोगन कर खरीद-बिक्री करने के लिए अपराधियों के जमावड़ा होने की सूचना मिली। वरीय पदाधिकारी के नेतृत्व में छापेमारी टीम का गठन किया गया। टीम में झरिया, जोड़ापोखर व अन्य थानों के पुलिस पदाधिकारी शामिल थे। छापेमारी के बाद पुलिस को देख सभी अपराधी भागने लगे। पीछा कर पुटकी चौक के पास पांच को दबोचा गया। पकड़ाए चोरों में चतरा के नाजिर अंसारी उर्फ मुख्तार अंसारी, मुस्तकीम अंसारी, मो. तौहिद अंसारी, जामाडोबा के नीतीश कुमार उर्फ छोटू, चासनाला के सरदार उर्फ करमजीत कुमार को हिरासत में लेकर पुलिस ने पूछताछ की। सभी ने अपना अपराध स्वीकार कर ली है। पूछताछ के दौरान अपराधियों ने अपने अन्य साथियों के नाम भी बताए। इनमें केंदुआडीह के राजकुमार शर्मा, स्टेशन रोड भागा के ललन उर्फ आकिब आलम, आमलाटांड़ के सुनील प्रसाद, जोड़ापोखर के डोमन राम शामिल हैं। पुलिस ने नौ आरोपितों पर मामला दर्ज किया। पुलिस ने इन चोरों के पास से एक 14 चक्का ट्रक, एक कार, एक बोलेरो पिकअप वैन, पांच मोबाइल, तीन बटुआ में लगभग 24 सौ रुपये, एटीएम कार्ड, पेन कार्ड, चांदी की चेन, घड़ी व आधार कार्ड बरामद किया। आरोपितों पर पूर्व से कई थानों में मामले दर्ज हैं। सिटी एसपी ने बताया कि अन्य आरोपितों की खोजबीन की जा रही है। सभी जल्द पुलिस की गिरफ्त में होंगे। छापेमारी में पुलिस अधिकारी संजय कुमार, दिलीप कुमार, सच्चिदानंद गुप्ता, पंकज वर्मा, मुकेश राउत, दीपक कुमार, महेंद्र कुमार आदि थे।
लोहरदगा से की थी बोलेरो पिकअप वाहन की चोरी :अपराधियों ने लोहरदगा स्थित एक मुर्गी फार्म ये कुछ दिन पूर्व पिकअप वाहन की चोरी की थी। रंग-रोगन कर इसे धनबाद में लाया जा रहा था। धनबाद में उक्त वाहन ने शनिवार को एक बाइक को टक्कर मार दी थी। इसके बाद चालक को लोगों ने पकड़ा। चालक ने मालिक से क्षतिपूर्ति दिलाने की बात कह भाग गया। एक आरोपित से पूछताछ के दौरान उस वाहन की चोरी का खुलासा हुआ। वाहन को धनबाद में बेचने की तैयारी में थे।
ऐसे करते थे वाहनों की चोरी :चोरों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि किसी वाहन की चोरी करने से पहले उसपर कई दिनों तक नजर रखते थे। इसके बाद एक गिरोह बना कर उक्त स्थान से वाहन चोरी कर अन्य राज्य में रात में भेज दिया जाता था। कुछ दिन बीत जाने के बाद जब मामला शांत हो जाता तो उक्त वाहन का रंग-रोगन कर वाहन को कम दाम में बेच दिया करते थे। ट्रक का भी रंग-रोगन कर उसे बेचने के लिए ग्राहकों की खोजबीन भी करते थे।