तिरंगा यात्रा पर पथराव का मामला : जमुआ विधायक व गांडेय के पूर्व विधायक समेत 150 अज्ञात पर मुकदमा, दो गिरफ्तार Giridih News
गिरिडीह में तिरंगा यात्रा पर पथराव के मामले में जमुआ विधायक व गांडेय के पूर्व विधायक समेत 150 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज हुआ है। इस मामले में दो की गिरफ्तारी भी हुई है।
गिरिडीह, जेएनएन। नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के समर्थन में रविवार को निकाली गई तिरंगा यात्रा पर अराजक तत्वों द्वारा किए गए पथराव समेत अन्य मामलों को लेकर सोमवार को भी शहर में निषेधाज्ञा जारी रहा। इस मामले में पांच प्राथमिकी दर्ज की गई। इसमें विधायक, पूर्व विधायक, जिप उपाध्यक्ष और वार्ड पार्षद सहित कई को आरोपित किया गया है। इस मामले में दो युवकों को गिरफ्तार भी किया गया है।
इस मामले में चार प्राथमिकी नगर थाने में दर्ज हुई। वहीं एक मामला महिला थाने में दर्ज कराया गया। इसके आधार पर नगर पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार किया है। इनमें एक आजाद नगर निवासी मुन्ना जबकि दूसरा नगीना सिंह रोड निवासी आसिफ अंसारी है। दोनों को अदालत में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया। पहली प्राथमिकी विहिप के जिला सहमंत्री राकेश कुमार आर्या ने दर्ज कराई। इसमें वार्ड संख्या 26 के पार्षद सैफ अली गुड्डू समेत करीब 150 अज्ञात पर हरवे-हथियार से लैस होकर जुलूस पर हमला करने की बात कही।
किशोरियों ने छेड़छाड़ करने का लगा आरोप : दूसरी प्राथमिकी शहनवाज अहमद के आवेदन पर दर्ज हुई। इसमें गांडेय के पूर्व विधायक जयप्रकाश वर्मा, जमुआ विधायक केदार हाजरा, पूर्व नप अध्यक्ष दिनेश यादव समेत कईयों को आरोपित बनाया गया। तीसरी और चौथी प्राथमिकी मौके पर तैनात दंडाधिकारी ने नगर थाने में दर्ज कराई। एक प्राथमिकी जुलूस में चल रहे लोगों पर छेड़छाड़ करने का आरोप लगाते हुए एक समुदाय की दो किशोरियों ने दर्ज कराई।
मकर संक्रांति को लेकर बाजारों में बढ़ी चहल-पहल : वहीं, पथराव की घटना के दूसरे दिन सोमवार को गिरिडीह शहर के कचहरी रोड में दुकानें खुली। इस दौरान स्थिति सामान्य दिखी। अपने-अपने कार्य में लगे रहे। इस दौरान लोग अपने जरुरत के सामानों की खरीददारी करते देखे गए। इधर, मकर संक्रांति पर्व को लेकर शहर के जेपी चौक के पास एक दुकान में महिलाएं तिलकुट खरीदती नजर आईं।
क्या है मामला : भाजपा ने गिरिडीह में रविवार को नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के समर्थन में तिरंगा यात्रा निकाली थी, जिसपर कुछ शरारती तत्वों ने मौलाना आजाद चौक पर पथराव कर दिया था। इससे यात्रा में भगदड़ मच गई। इसके बाद दोनों गुट आमने-सामने आ गए। उपद्रवियों पर काबू पाने के लिए पुलिस ने पहले लाठीचार्ज की, फिर आंसू गैस के गोले छोड़े। तिरंगा यात्रा के दौरान हुई झड़प के कारण शहर के बाजार बंद हो गए थे।