शारीरिक संबंध के लिए महिला सिपाही के पीछे पड़ा SDPO, साजिश रच किया यह काम Dhanbad News
महिला कांस्टेबल का कहना है कि बंगाल जेल पुलिस के एक एसडीपीओ ने कोल माफिया और निरसा पुलिस के के साथ साजिश रचकर मुझपर दबाव बनाने के लिए मेरे पति को झूठे केस में फंसाया है।
निरसा, जेएनएन। 25 अगस्त को निरसा में गांजा तस्करी के आरोप में पश्चिम बंगाल के ईसीएलकर्मी की गिरफ्तारी पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। गिरफ्तारी ईसीएलकर्मी की पत्नी ने पश्चिम बंगाल एवं झारखंड के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है। उन्होंने अपने पति को निर्दोष बताते हुए आरोप लगाया है कि पश्चिम बंगाल की जेल पुलिस में तैनात एक एसडीपीओ ने कोयला तस्कर एवं निरसा पुलिस से मिलकर साजिश के तहत उनके पति को झूठे मुकदमे में फंसा कर जेल भेजा है। एसडीपीओ की उसपर बुरी नजर है और वह उससे शारीरिक संबंध बनाना चाहता है। गिरफ्तार ईसीएलकर्मी की पत्नी बंगाल जेल पुलिस में कांस्टेबल के पद पर कार्यरत है।
यह है मामला : 25 अगस्त को निरसा पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर देवियाना मोड़ के समीप से 40 किलो गांजा सहित एक वाहन को जब्त किया था। पुलिस को देखते ही वाहन पर सवार सभी लोग भाग गए थे। इस मामले में निरसा थाना में दर्ज प्राथमिकी में बंगाल के वीरभूम जिला के राजनगर थाना क्षेत्र निवासी एक ईसीएलकर्मी सहित वाहन के मालिक, चालक एवं दो अन्य को नामजद अभियुक्त बनाया गया था। बाद में पुलिस ने ईसीएलकर्मी को बंगाल से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। उस ईसीएलकर्मी की पत्नी बंगाल की जेल में पुलिस कांस्टेबल के पद पर कार्यरत है। उसी महिला कांस्टेबल ने बंगाल व झारखंड के मुख्यमंत्री सहित को पत्र लिखकर सनसनीखेज आरोप लगाया है। महिला कांस्टेबल का कहना है कि बंगाल जेल पुलिस के एक एसडीपीओ ने कोल माफिया और निरसा पुलिस के के साथ साजिश रचकर मुझपर दबाव बनाने के लिए मेरे पति को झूठे केस में फंसाया है। एसडीपीओ काफी दिन से उसका यौन शोषण करने का प्रयास कर रहा है। महिला का पति ईसीएल की झांझरा प्रोजेक्ट में काम करता है। महिला कांस्टेबल के अनुसार एसडीपीओ शादी से पूर्व से ही उसे शारीरिक व मानसिक रुप से प्रताडि़त कर रहे हैं। वर्ष 2018 में उसकी शादी ईसीएलकर्मी से हो गई। शादी के बाद भी एसडीपीओ महिला कांस्टेबल के साथ नाजायज संबंध बनाना चाहते हैं। इंकार करने पर एसडीपीओ ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर महिला कांस्टेबल का 31 दिसंबर को तबादला अलीपुर जेल करवा दिया। हालांकि महिला ने वहां योगदान नहीं दिया। इसके बाद एसडीपीओ के दबाव पर उसके पति को झूठे मुकदमे में फंसाया गया। महिला कांस्टेबल का कहना है कि वह 25 अगस्त की शाम तक ड्यूटी पर थे। पति का मोबाइल लोकेशन व कॉल डिटेल की जांच से सच्चाई सामने आ सकती है।
पति भी कर चुका शिकायत : महिला कांस्टेबल के अनुसार उसके पति ने भी पहले एसडीपीओ के खिलाफ सीएम से शिकायत की थी। एक बार डयूटी जाने के दौरान उन्हें सड़क हादसे में मारने का भी प्रयास किया जा चुका है।
मामला काफी संवेदनशील है। मामले की छानबीन के लिए जिले का पुलिस महकमा लगा हुआ है। विभिन्न बिंदुओं पर जांच जारी है। कहीं ना कहीं पुलिस से कुछ चुक हुई है।
-विजय कुमार कुशवाहा, एसडीपीओ, निरसा