झोलाछाप डॉक्टर 13 माह से युवती का कर रहा था यौन शोषण, पुलिस ने भेजा जेल
झोलाछाप डॉक्टर पर नाबालिग लड़की को 13 माह तक एक कमरे में बंद कर उसका यौन शोषण करने का आरोप है।
धनबाद, जेएनएन। जसीडीह पुलिस ने धनबाद के झोलाछाप डॉक्टर नरेंद्र यादव उर्फ नरेश कुमार भारती को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। भारती धनबाद रेलमंडल के कोल माइनिंग एडवाइजर (सीएमए) कार्यालय में बतौर चेनमैन कार्यरत है। उस पर नाबालिग लड़की को 13 माह तक एक कमरे में बंद कर उसका यौन शोषण करने का आरोप है।
जसीडीह पुलिस के अनुसार नवंबर 2016 में नाबालिग लड़की घर से साइकिल लेकर ट्यूशन पढ़ने के लिए निकली थी। लेकिन वह लौटकर घर नहीं आई। इसके बाद परिजनों ने उसकी काफी तलाश की। जब वह नहीं मिली तो उन लोगों ने घटना की जानकारी जसीडीह थाना को दी थी। इस मामले में पुलिस अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कर मामले की छानबीन में जुटी थी। इस दौरान पुलिस दो आरोपित ¨सटू यादव और राजकिशोर यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। दोनों न्यायालय से जमानत पर रिहा हो गए। लेकिन उस नाबालिग का पता नहीं चल पाया। इसी बीच किसी ने आठ दिन पूर्व लड़की को जसीडीह थाना के पास छोड़ दिया। इसके बाद पीड़िता ने पुलिस को पूरी घटना की जानकारी दी। पुलिस ने पीड़िता को न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष न्यायालय में पेश किया। पीड़िता ने बताया कि ¨सटू यादव ने शादी करने का प्रलोभन देकर उसे बाहर ले जाने की बात कही और जसीडीह स्टेशन पर एक ट्रेन में बैठाकर उतर गया। पीड़िता की आंख लग गई थी। जब आंख खुली तो वह धनबाद में थी। अपने आपको अकेले पाकर रोने लगी। इसी दौरान धनबाद के नरेंद्र यादव उर्फ नरेश कुमार भारती की उसपर नजर पड़ी। सहायता देने की बात कह कर उसे वह अपने साथ ले गया। रांगाटांड़ के समीप रेलवे क्वार्टर में रखा। इसके बाद एक किराए के मकान में लगभग 13 महीने तक रखा और इस दौरान उसके साथ लगातार यौन संबंध बनाते रहा। रविवार को जसीडीह पुलिस ने उसे धनबाद से गिरफ्तार किया और पूछताछ के बाद जेल भेज दिया।
गांधी नगर में करता था क्लिनिक का संचालन : नरेश यादव पर इससे पहले गाधी नगर में भी दुष्कर्म का प्रयास का आरोप लग चुका है। गाधी नगर में उसकी क्लिनिक चलती थी। कुछ साल पहले क्लिनिक में इलाज कराने आई एक युवती ने नरेश पर इलाज के बहाने रेप का प्रयास करने का आरोप लगाया था। इस मामले में धनसार पुलिस ने उसे जेल भेजा था।
मुख्यमंत्री जनसंवाद में पिता ने की थी फरियाद: काफी वक्त गुजर जाने के बाद भी जब बेटी का पता नहीं चल पाया तो पिता ने मामले की शिकायत मुख्यमंत्री जनसंवाद में की थी। सीएम तक मामला पहुंचने के बाद देवघर पुलिस सक्रिय हुई और धनबाद पुलिस की मदद से नरेश को धर दबोचा।