बीसीसीएल के बंद अस्पतालों को कोविड सेंटर बनाने की मांग उठी
संस अलकडीहा झरिया कोयलांचल में वैश्विक महामारी कोरोना के प्रकोप से रोज कई लोगों की
संस, अलकडीहा : झरिया कोयलांचल में वैश्विक महामारी कोरोना के प्रकोप से रोज कई लोगों की मौत हो रही है। इससे जिला प्रशासन परेशान है। संक्रमितों की संख्या दिनोंदिन बढ़ती ही जा रही है। जगह की कमी के कारण संक्रमितों को आइसोलेट करने में परेशानी हो रही है। कोविड सेंटरों की संख्या ज्यादा नहीं है। ऐसे में बीसीसीएल लोदना, पूर्वी झरिया भौंरा-सुदामडीह व बस्ताकोला क्षेत्र के बंद पड़े अस्पतालों को आइसोलेशन व कोविड सेंटर बनाने की मांग जन प्रतिनिधियों व लोगों ने बीसीसीएल के सीएमडी से की है। जमसं कुंती गुट के संजीत सिंह, भौंरा के पूर्व पार्षद शिव कुमार यादव, चंदन महतो, झरिया के पूर्व पार्षद अनूप कुमार साव ने बस्ताकोला क्षेत्र के बंद बीसीसीएल के अस्पतालों को कोरोना की भयावहता को देखते हुए शीघ्र आइसोलेशन व कोविड सेंटर बनाने की मांग उठाई है।
मालूम हो कि झरिया कोयलांचल में भी कोरोना वायरस की दूसरी लहर का प्रकोप काफी तेजी से फैल रहा है। रोज दर्जनों लोग संक्रमित हो रहे हैं। बड़े अस्पतालों में बेड नहीं होने के कारण संक्रमित अपने-अपने घरों पर ही रहकर इलाज करा रहे हैं। इससे खतरा बढ़ रहा है। जन प्रतिनिधियों ने कहा कि जिला प्रशासन को अविलंब बीसीसीएल के सीएमडी से बात कर इसकी पहल करनी चाहिए।
लोदना क्षेत्र के लोदना, बागडिगी, जियलगोरा, बरारी, जीनागोरा, जयरामपुर, साउथ तिसरा, नार्थ तिसरा, कुजामा के अलावा बरारी, पाथरडीह, भौंरा में बने बीसीसीएल के अस्पताल डाक्टरों व स्वास्थ्यकर्मियों की कमी के कारण कई वर्षों से बंद हैं। वैश्विक महामारी के समय इसका सदुपयोग किया जाना जरूरी है।
----------------
सिर्फ अस्पताल भवन होने से कोविड सेंटर या आइसोलेशन वार्ड नहीं बन सकता है। लोदना क्षेत्र में पहले से ही डाक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों की कमी है। कोविड सेंटर व आइसोलेशन वार्ड के लिए अलग से सारी व्यवस्था करनी होगी। यह हमारे पास नहीं है। प्रशासन चाहे तो उच्च प्रबंधन से बात करे। हम इसमें सहयोग करेंगे।
- आरके शर्मा, चिकित्सा अधीक्षक लोदना क्षेत्र।