हैलो... मैं KBC से बोल रहा हूं, आपकी 25 लाख की लाटरी लगी है, और ठगे 45 हजार; इंजीनियरिंग छात्र गिरफ्तार
हेलो... केबीसी कोलकाता से बोल रहा हूं और आप जीते हैं केबीसी की लॉटरी। आप बने हैं भाग्यशाली विजेता और आपका लॉटरी नंबर 9900 आया है जिसमें 25 लाख रुपये की लॉटरी आपके नाम निकली है।
गिरिडीह, जेएनएन। कौन बनेगा करोड़पति की लॉटरी में 25 लाख रुपये इनाम निकलने का झांसा दे जमुआ के करहाडीह निवासी व सूरत में मुंशी का काम करने वाले चुन्नू कुमार सिंह से 45 हजार रुपये ठग लिए गए। साइबर अपराधियों ने केबीसी में लॉटरी विजेता होने की बात कह फोन किया और चूना लगा दिया। साइबर थाना की पुलिस ने एक आरोपित पचंबा थाना क्षेत्र के रानीखावा निवासी खंडोली इंस्टीच्यूट ऑफ टेक्नॉलाजी में इंजीनियरिंग के छात्र सुजीत कुमार को शनिवार को गिरफ्तार किया है। गिरोह के अन्य अपराधियों की तलाश में पुलिस लगी है।
उसे शनिवार को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया। पीडि़त के पिता सुरेंद्र सिंह ने साइबर थाना में ठगी की प्राथमिकी की थी। पुलिस को ठगी में प्रयुक्त फोन नंबर व खाता नंबर भी दिए थे। साइबर पुलिस ने तकनीकी सेल की मदद ली। उससे सुजीत का पता लगा। तब उसे पकड़ा गया। इधर सुजीत का कहना है कि प्रतिमाह दस हजार रुपये देने का उसे लालच दिया गया था। इसलिए उसने अपना खाता नंबर साइबर अपराध से जुड़े लोगों को दिया था। ठगी की रकम से ही दस हजार रुपये बतौर कमीशन मिलता था। पीडि़त से तीन बार में उक्त राशि ठगी गई। बाद में उसको चेक से इनाम की राशि देने की बात कह 42 हजार रुपये और मांगे गए। तब उसे ठगी का अहसास हो गया।
हेलो केबीसी कोलकाता से बोल रहा हूं...
हेलो केबीसी कोलकाता से बोल रहा हूं और आप जीते हैं केबीसी की लॉटरी। आप बने हैं भाग्यशाली विजेता और आपका लॉटरी नंबर 9900 आया है, जिसमें 25 लाख रुपये की लॉटरी आपके नाम निकली है। कुछ ऐसे ही लहजे में साइबर अपराध को अंजाम देने में शामिल गिरोह के सदस्यों ने जीती हुई राशि ट्रांसफर करने के नाम पर चुन्नू को अपना शिकार बनाया। ठगी का शिकार युवक फिलहाल गुजरात के सूरत में एक धागा फैक्ट्री में बतौर मुंशी कार्य करता है। उसे 24 फरवरी को एक अज्ञात नंबर से फोन आया, जिसमें लॉटरी के रूप में 25 लाख रुपये जीतने का जिक्र करते हुए 45 हजार रुपये ट्रांसफर करने को कहा। इसके एवज में 26 फरवरी को 13 हजार एक सौ रुपये, 2 मार्च को दस हजार रुपये व 3 मार्च को 22 हजार रुपये सुजीत व ठगों के बताए गए अन्य खातों में ट्रांसफर किए। बाद में ट्रांसफर चार्ज के रूप में 42 हजार की दोबारा मांग की। ठगी करने वाले गिरोह में कई युवक शामिल हैं। पीडि़त को अलग-अलग नंबरों से कई ने फोन किया।
केबीसी में लॉटरी निकलने की बात अपराधियों ने चुन्नू को फोन कर बताई। फिर उसे बताया कि लॉटरी की रकम देने की प्रक्रिया में होने वाला खर्च उसे वहन करना होगा। अपराधियों द्वारा मांगी गई रकम को तीन बार में उसने बताए गए खाते में ट्रांसफर किया। उसके बाद फिर राशि मांगने पर ठगी का अहसास हो गया। एक आरोपित को गिरफ्तार किया है। धंधे में संलिप्त अन्य आरोपितों को भी शीघ्र ही गिरफ्तार कर लेंगे।
-संदीप सुमन समदर्शी, साइबर डीएसपी।