अच्छी खबर: कोल इंडिया में आश्रितों को मिलता रहेगा नियोजन
कोल स्टैंडर्डइजेशन कमेटी की बैठक कोलकाता स्थित कोल इंडिया मुख्यालय में शुक्रवार को हुई।
जागरण संवाददाता, धनबाद: कोल स्टैंडर्डइजेशन कमेटी की बैठक कोलकाता स्थित कोल इंडिया मुख्यालय में शुक्रवार को हुई। बैठक की अध्यक्षता एनसीएल सीएमडी व कमेटी के चेयरमैन पीके सिन्हा ने की। बैठक में बीएमएस, एचएमएस, एटक व सीटू के प्रतिनिधियों को शामिल होना था, लेकिन प्रतिनिधित्व को लेकर विवाद होने पर एटक व सीटू ने बैठक का बहिष्कार कर दिया।
यूनियन सदस्यों ने कहा कि कई मामलों में कोल इंडिया की स्पष्ट नीति नहीं होने के कारण कर्मियों को परेशानी हो रही है। वेतन समझौता दस के तहत निकलनेवाला सर्कुलर भी अब तक जारी नहीं हुआ है। आश्रित को विभिन्न स्कीम के तहत मिलनेवाले नियोजन पर भी कोल कंपनियां अपने-अपने तरीके से काम कर रही है। तय हुआ कि जबतक सब कमेटी की बैठक का फैसला या जेबीसीसीआइ फुल बैंच निर्णय नहीं ले लेती है तब तक पूर्व की स्थिति यथावत रहेगी। नियोजन को लेकर दिक्कत नहीं होगी। बैठक में ग्रेच्युटी बढ़ोतरी का मामला छाया रहा। बीएमएस के बीके राय व एचएमएस के नाथू लाल पांडेय ने बताया कि एक जनवरी 2017 से ग्रेच्युटी लागू करने की मांग रखी गई जिस पर प्रबंधन ने कहा कि यह मामला पहली बार बैठक में आया इसलिए प्रबंधन को इस पर विचार के लिए समय मिलना चाहिए। यह तय हुआ कि इसे अगले एजेंडा में शामिल कर लिया जाएगा। बैठक में कोल इंडिया आरपी श्रीवास्तव, बीसीसीएल डीपी आरएस महापात्रा, एमसीएल डीपी एलएन मिश्रा, डीपी संजय कुमार, यूनियन की ओर से बीएमएस से बीके राय वाइएन सिंह, एचएमएस ने नाथू लाल पांडेय सहित अन्य लोग मौजूद थे।
सेवानिवृत्त कर्मियों को मेडिकल स्कीम का लाभ: रिटायर्ड कर्मियों को आठ लाख तक चिकित्सा सेवा व गंभीर बीमारी होने पर इलाज में होनेवाले खर्च की पूरी राशि कंपनी वहन करेगी। बीमा के लिए सेवानिवृत्त कर्मचारी को 40 हजार रुपये देने होंगे। कंपनी 18 रुपये देगी।
ओवरटाइम का स्लैब बढ़ा: ओवरटाइम की राशि भुगतान को लेकर जो गतिरोध प्रबंधन और यूनियन के बीच था उस पर सहमति बन गई है। फिमेल वीआरएस मामले पर और अध्ययन किया जाएगा। किस तरह के आवेदन लंबित हैं इस पर भी विचार होगा।
महिला आश्रित की राशि बढ़ी: कोल इंडिया में कार्यरत पति के देहांत के बाद जिनकी पत्नी ने नौकरी नहीं ली उन्हें स्कीम के तहत सेवानिवृत्ति की उम्र तक कटेगरी वन के नए बेसिक का भुगतान किया जाएगा। इसमें वैसी महिलाओं को लाभ मिलेगा जो पहले से इसका लाभ ले रही है। नया बेसिक के रेट से राशि भुगतान किया जाएगा।
इन मुद्दों पर बनी सहमति
- पोस्ट रिटायरमेंट मेडिकल स्कीम स्वीकृत। ट्रस्ट रजिस्ट्रेशन के लिए नाम यूनियन से नाम मांगा गया है। एक जुलाई 2017 बाद सेवानिवृत्त समस्त कर्मचारी इसके सदस्य होंगे। उनसे अंशदान की कटौती एरियर से कर ली जाएगी।
- ओवरटाइम भुगतान के लिए बेसिक 39553.14 पैसा मानकर गणना की जाएगी
- दिव्यांग के लिए ट्रासपोर्ट सब्सिडी 49.50 पैसा प्रतिदिन होगा।
- गंभीर बीमारी से ग्रस्त कामगार के स्वस्थ होने तक स्पेशल सिक लीव का सर्कुलर तत्काल जारी होगा।
- भारत भ्रमण का लाभ 4 साल में दोनों ले सकेंगे। एक साल में एक ही बार इसका लाभ मिलेगा। टिकट एवं छुट्टी की जरूरत नहीं होगी।
- चार्ज अलाउंस की गणना फुल बेसिक के आधार पर होगी।
- फीमेल वीआरएस पर चर्चा अगली बैठक में होगी।
- आश्रित को रोजगार के लिए बनी समिति स्कीम बनाएगी।
- एक जनवरी 17 से 28 मार्च 2018 के बीच सेवानिवृत्त हुए कर्मचारी को भी बीस लाख ग्रेच्युटी देने की मांग पर प्रबंधन ने अगली बैठक में चर्चा की बात कही