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कांग्रेस के सील कार्यालय का आया लाख रुपये बिजली बिल, भाजपा पर भी 80 हजार से अधिक का बकाया Dhanbad News

बिजली कटौती से आम लोग परेशान हैं। इसको लेकर पक्ष-विपक्ष के नेताओं ने भी खूब बयानबाजी की। लेकिन आरोप-प्रत्यारोप लगाने वाले राजनीतिक दल स्वयं लाखों रुपया डकारे हुए हैं।

By Sagar SinghEdited By: Published: Sun, 15 Mar 2020 11:00 PM (IST)Updated: Mon, 16 Mar 2020 08:13 AM (IST)
कांग्रेस के सील कार्यालय का आया लाख रुपये बिजली बिल, भाजपा पर भी 80 हजार से अधिक का बकाया Dhanbad News

धनबाद, जेएनएन। बिजली कटौती के खिलाफ डीवीसी और जेबीवीएनएल के खिलाफ पक्ष-विपक्ष के नेताओं ने खूब बयानबाजी की। किसकी सरकार के समय बकाए की रकम कितनी बढ़ी इस पर भी खूब चर्चा हुई। सरकार पर बकाया चुकता कर जनता को बिजली संकट से उबारने का दबाव बनाया गया। जेबीवीएनएल पर भी कुप्रबंधन व भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया।

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हकीकत यह है कि ऐसा आरोप-प्रत्यारोप लगाने वाले राजनीतिक दल स्वयं जेबीवीएनएल का लाखों रुपया डकारे हुए हैैं। इनमें सत्ताधारी कांग्रेस और विपक्षी भाजपा भी शामिल है। मजे की बात यह है कि विभाग भी इन पर खासा मेहरबान है। आम लोगों का कनेक्शन तीन महीना बिल नहीं चुकाने पर काट दिया जाता है। वहीं इन पार्टियों के कार्यालयों पर वर्षों से बकाया के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही। 

कांग्रेस पर एक लाख से अधिक का बकाया : सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी पर बिजली विभाग का सर्वाधिक बकाया है। जेबीवीएनएल अधिकारियों के मुताबिक कांग्रेस जिला कार्यालय पर एक लाख 16 हजार 983 रुपये का बिल बकाया है। हालांकि कांग्रेस जिलाध्यक्ष के मुताबिक यह पुराने कार्यालय का है। पुराना कार्यालय वर्ष 2011 से ही सील है। वर्तमान कार्यालय हाउसिंग कॉलोनी में चल रहा है। उसका अभी एक ही वर्ष हुआ है। उस कार्यालय के बिल का नियमित भुगतान किया जाता है।

भाजपा कार्यालय पर 80 हजार से अधिक बकाया : जेसी मल्लिक रोड स्थित भाजपा कार्यालय पर भी जेबीवीएनएल का काफी बकाया है। विभाग के मुताबिक भाजपा कार्यालय का बिल 87 हजार 956 रुपये तक पहुंच चुका है। यह सारा बकाया वर्तमान अध्यक्ष के कार्यकाल का है। 50 हजार से अधिक बकाया होने पर एक बार विभाग के अधिकारी कनेक्शन काटने पहुंचे थे। तब किश्तों में भुगतान पर सहमति बनी थी। 5000 रुपये का एक किश्त चुकाया गया। दूसरी किश्त नहीं दी गई। बिल बढ़कर अब लाख का आंकड़ा छूने को है।

सील कार्यालय में हो रही मीटर रीडिंग :

  • इतना बिल होना अपने आप में जांच का विषय है। वजह कि हमारा कार्यालय सील है और मामला हाई कोर्ट में लंबित है। सील कार्यालय में मीटर रीडिंग हो ही नहीं सकता तो बिल कैसे बढ़ रहा है। अधिकारी अपने मन से बिल बढ़ा रहे हैैं। इस मुद्दे पर अधिकारियों से मिलकर बात रखेंगे। -ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह, जिला अध्यक्ष कांग्रेस
  • बिल कुछ बढ़ गया है। इसे किश्तों में चुका देंगे। जल्द ही भुगतान शुरू कर देंगे। इस संबंध में जेबीवीएनएल के अधीक्षण अभियंता से वार्ता भी हुई है। पिछले दिनों लगातार चुनाव और संगठनात्मक चुनाव प्रक्रिया की वजह से समय नहीं मिला और बिल बढ़ गया। -चंद्रशेखर सिंह, जिला अध्यक्ष, भाजपा

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