Diwali 2021: चलो जलाएं दीप वहां, जहां अभी भी अंधेरा है... शबरी बस्तियों को रोशन करने को एकल ने शुरू किया दीपोत्सव
Diwali 2021 एकल फ्यूचर झारखंड-बिहार के अध्यक्ष आयुष तिवारी ने बताया कि शबरी बस्तियों में समाज के उपेक्षित वर्ग निवास करते हैं। एकल अभियान प्रत्येक वर्ष यह कार्यक्रम आयोजित करता है। दीपावली बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश है।
जागरण संवाददाता, धनबाद। आर्थिक रूप से कमजोर, समाज के अभिवंचित वर्ग, सफाई कर्मियों और सैनिकों के परिवार के साथ गांधी पुरस्कार 2017 से पुरस्कृत एकल अभियान ट्रस्ट का युवा विंग एकल फ्यूचर हर वर्ष दीपोत्सव पर्व मनाता है। इस बार भी एकल फ्यूचर महानगर एकल दीपोत्सव सप्ताह मना रहा है। इसकी शुरुआत हो चुकी है। झरिया एवं बरमसिया की शबरी बस्तियों में दीप उत्सव मनाया गया। झरिया के बोर्रागढ़ एवं बरमसिया शबरी बस्तियों में बच्चों के बीच मिठाई वितरण हुआ। बच्चों के साथ पटाखे फोड़, रंगोली प्रतियोगिता एवं दीपों की जगमगाहट के साथ खुशियों का यह अनुपम पर्व मनाया गया।
चार नवंबर तक चलेगा अभियान
कार्यक्रम के संयोजक एवं एकल फ्यूचर की सेवा प्रमुख रेणु गुप्ता एवं संध्या कुमारी ने कार्यक्रम का संचालन किया। बच्चों को दीपावली एवं बुराई पर अच्छाई की विजय का महत्व भी समझाया गया। मौके पर उत्तर झारखंड संभाग के चर्चा प्रभारी तुषार कश्यप, एकल फ्यूचर सोशल मीडिया प्रभारी अमन सिंह, बबिता चौधरी, अमित साव, गौरव रजक, लालू कुमार, बंटी कुमार, अभिषेक कुमार, पीयूष चौधरी, लीला देवी, चंपा, मीना, सन्नी गुप्ता, एकल फ्यूचर झारखंड बिहार के अध्यक्ष आयुष तिवारी मौजूद थे। चलो जलाएं दीप वहां, जहां आज भी अंधेरा है के सार्थक उद्देश्य के साथ एकल फ्यूचर का दीपोत्सव सप्ताह चार नवंबर तक एकल शबरी बस्तियों, सफाई कर्मियों एवं सेना के जवानों के परिवार के साथ खुशियां मनाकर मनाया जाएगा। मंगलवार को दोपहर नगर निगम के सफाई कर्मियों और शाम में ढांगी शबरी बस्ती में दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन होगा।
दिवाली समाज के वंचितों को गले लगाने का त्योहार
एकल फ्यूचर झारखंड-बिहार के अध्यक्ष आयुष तिवारी ने बताया कि शबरी बस्तियों में समाज के उपेक्षित वर्ग निवास करते हैं। एकल अभियान प्रत्येक वर्ष यह कार्यक्रम आयोजित करता है। दीपावली बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश है। दीपावली मर्यादापुरुषोत्तम रामचंद्र जी के जीवन चरित्र का वर्णन है। दीपावली समाज के वंचित किंचित उपेक्षित लोगों को गले लगाने का संदेश है। इस निमित हम सब दीपावली पर खुशियां मनाते हैं और यही एकल का भी अभियान है।