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न्यू आकाशकिनारी परियोजना से रोजाना आठ सौ टन कोयला चोरी, आठ धंधेबाजों के नाम का रिपोर्ट में जिक्र

बीसीसीएल की आउटसोर्सिंग परियोजनाओं से भी खुलेआम कोयला चोरी हो रही है। कतरास के गोविंदपुर एरिया की दो आउटसोर्सिंग परियोजनाओं से कोयला चोरी होने की सूचना देते हुए विशेष शाखा ने उपायुक्त व एसएसपी को रिपोर्ट दी है। प्रतिदिन चार सै पांच सौ टन कोयला बाहर भेजा जा रहा है।

By Deepak Kumar PandeyEdited By: Published: Fri, 23 Sep 2022 08:45 AM (IST)Updated: Fri, 23 Sep 2022 08:45 AM (IST)
न्यू आकाशकिनारी परियोजना से रोजाना आठ सौ टन कोयला चोरी, आठ धंधेबाजों के नाम का रिपोर्ट में जिक्र
अधिकारियों से मामले में कार्रवाई करने को कहा गया है।

जागरण संवाददाता, धनबाद: बीसीसीएल की आउटसोर्सिंग परियोजनाओं से भी खुलेआम कोयला चोरी हो रही है। कतरास के गोविंदपुर एरिया की दो आउटसोर्सिंग परियोजनाओं से कोयला चोरी होने की सूचना देते हुए विशेष शाखा ने उपायुक्त व एसएसपी को रिपोर्ट दी है।

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रिपोर्ट में बताया गया है कि चंदन दुबे बोकारो, नागेंद्र यादव और ज्वाला सिंह बरोरा निवासी द्वारा कांको मोड़ चौक के पास लालचक में कतरी नदी के किनारे अवैध कोयला डिपो का संचालन किया जा रहा है। वहीं न्यू आकाशकिनारी प्रोजेक्ट में मां अंबे व डेको आउटसोर्सिंग से स्थानीय धंधेबाजों द्वारा कोयला चोरी कर साइकिल, मोटरसाइकिल व अन्य वाहनों पर लादकर प्रतिदिन गोविंदपुर व निरसा क्षेत्र में भेजा जा रहा है। वहां से कोयला ट्रक द्वारा बिहार के डेहरी ऑन सोन भेजा जाता है। वहां से प्रतिदिन चार सै पांच सौ टन कोयला बाहर भेजा जा रहा है।

बड़ी मात्रा में कोयला चोरी कर भेजा जा रहा बनारस

वहीं न्यू आकाशकिनारी आउटसोर्सिंग की बंद खदान से भी बड़ी मात्रा में कोयला चोरी कर बनारस भेजने की सूचना दी गई है। विशेष शाखा की रिपोर्ट में बताया गया है कि इसमें अभय सिंह और विकास शर्मा धनबाद क्षेत्र के हैं। वहीं मुन्ना यादव, रंजीत पाठक और जीतेंद्र यादव कतरास थाना क्षेत्र के रहनेवाले हैं। ये स्थानीय लोगों की मदद से अवैध खनन कर करीब तीन से चार सौ टन कोयला बाहर भेज रहे हैं। विशेष शाखा ने रिपोर्ट की कॉपी उत्तरी छोटानागपुर के आयुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस उपमहानिरीक्षक को भी दी है। अधिकारियों से मामले में कार्रवाई करने को कहा गया है।

अवैध खनन से जान-माल का खतरा

रिपोर्ट में बताया गया कि अवैध खनन से चाल धंसने के कारण जानमाल की क्षति हो सकती है। जहरीली गैस रिसाव से भी इन्कार नहीं किया जा सकता है। ऐसा होने पर स्थिति बिगड़ सकती है। गौरतलब है कि बीसीसीएल और ईसीएल की खदानों में अवैध खनन की वजह से लगातार जानें जाती रही हैं।


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