कंप्यूटर के बिना विकास संभव नहीं : प्रो. शेखर
प्यूटर के बिना किसी भी क्षेत्र में प्रगति की कल्पना नहीं की जा सकती है।
जागरण संवाददाता धनबाद : कंप्यूटर मानव जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है। कंप्यूटर के बिना किसी भी क्षेत्र में प्रगति की कल्पना नहीं की जा सकती है। उक्त बातें आइआइटी आइएसएम के निदेशक प्रो. राजीव शेखर ने पांच दिवसीय कंप्यूटर जागरूकता कार्यक्रम के शुभारंभ के दौरान कही। उन्होंने इस दौरान उपस्थित गांव के गरीब बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि आज बैंक, शिक्षा, रोजमर्रा की जिंदगी कंप्यूटर का प्रयोग हो रहा है। कंप्यूटर का ज्ञान सभी के लिए आवश्यक हो गया है।
उन्होंने कहा कि आगे भी यह कोर्स चलता रहेगा ताकि ग्रामीण बच्चों को इसका लाभ मिल सके। प्रो. एमके सिंह ने कहा कि जिन गांवों को आइआइटी आइएसएम ने गोद लिया है उन बच्चों के लिए कंप्यूटर जागरुकता कार्यक्रम शुरू किया गया है। इस उद्देश्य है कि उन बच्चों को भी कंप्यूटर के क्षेत्र में पारंगत किया जा सके। वहीं डॉ. एससीएस राव ने कहा कि कौशल विकास से ही देश का विकास संभव है। उन्नत भारत अभियान से जुड़े सेंटर ऑफ सोसाइटल मिशन के तहत आइएसएम गोद लिए हुए गांवों के गरीब बच्चों को स्वास्थ्य, शिक्षा, खेल के बाद अब कंप्यूटर के क्षेत्र में बच्चों को प्रशिक्षण दे रहा है। इस कार्यक्रम का समापन 29 जून को किया जाएगा। इस दौरान करीब 56 बच्चों ने रजिस्ट्रेशन कराया।
कार्यक्रम में काफी संख्या में आइएसएम के छात्र उपस्थित थे। इन गांव को आइएसएम ने लिया है गोद सोशाइटल मिशन के तहत आइआइटी आइएसएम ने पांच क्षेत्रों धैया, लाहबनी, भेलाटांड़, मंडल बस्ती और बापूनगर को गोद लिया है। इन गावों के बच्चों को आइएसएम छात्रों की संस्था कर्तव्य, कर्मज्योति समित्र के माध्यम आइएसएम के रिसर्च स्कॉलर, छात्र-छात्राएं झुग्गी झोपड़ी में रहनेवाले गरीब बच्चों को न के शैक्षणिक स्तर बल्कि स्वास्थ्य और रोजगार से जुड़े चीजों का प्रशिक्षण दे रही है।