Eastern Coalfields Limited: पावर प्लांटों पर 350 करोड़ रुपये बकाया, वसूली के लिए ईसीएल ने बनाया दबाव
रेल डिस्पैच के लिए मंत्रालय से की बात। कोयला मंत्रालय रेल से कोयला डिस्पैच बढ़ाने को लेकर मदद मांगी है। कहा है कि अधिक से अधिक रेक दिया जाए ताकि डिस्पैच में बढ़ोतरी हो सके । प्रतिदिन 300 रेक कोयला डिस्पैच करने का लक्ष्य कोल इंडिया ने रखा है।
धनबाद, जेएनएन। कोल इंडिया पावर प्लाटों से बकाया वसूली को लेकर लगातार दबाव बन रही है। ईसीएल का भी करीब साढ़े तीन हजार करोड़ रुपये बकाया है। ईसीएल प्रबंधन ने बकाया को लेकर पावर प्लांटों को पत्र लिखा है। कंपनी की स्थिति से अवगत कराते हुए कहा कि बकाया समय पर मिलने से दिक्कतें नहीं होगी। पावर प्लाटों से बकाया राशि नहीं मिलने से सबसे खराब स्थिति ईसीएल की है। कोयला डिस्पैच के एवज में जो राशि हर माह कंपनी को मिलनी चाहिए, वह राशि आधे के बराबर मिल रही है। इससे कंपनी की आर्थिक स्थिति खराब होती जा रही है। मौजूदा समय में कोल इंडिया की बीसीसीएल, सीसीएल, ईसीएल, एसईसीएल, डब्ल्यूसीएल व एनईसी कंपनी की स्थिति काफी खराब है।
कोयला मंत्रालय ने स्पष्ट रूप से कहा कि कोयला प्रेषण की स्थिति को ठीक करें। कोयला डिस्पैच कम होने के कारण कोल इंडिया का स्टॉक भी बढ़ता जा रहा है और स्टॉक बढ़ने के कारण कोयला की क्वालिटी पर भी असर पड़ रहा है । कोयला मंत्रालय ने सभी कंपनियों को लक्ष्य कोरोना महामारी को देखते हुए रिवाइज किया है उसके बावजूद कोयला कंपनियां उत्पादन और रिस्पेक्ट लक्ष्य काफी पीछे है।
रेल डिस्पैच के लिए मंत्रालय से की बात। कोयला मंत्रालय रेल से कोयला डिस्पैच बढ़ाने को लेकर मदद मांगी है। कहा है कि अधिक से अधिक रेक दिया जाए ताकि डिस्पैच में बढ़ोतरी हो सके । प्रतिदिन 300 रेक कोयला डिस्पैच करने का लक्ष्य कोल इंडिया ने रखा है।