कमजोर कानून व्यवस्था के चलते कतरास में चली ताबड़तोड़ गोलियां
निचितपुर और रेंगुनीबाड़ी में सरेआम हुई गोलीबारी की घटना से क्षेत्र में दहशत का माहौल है।
संवाद सहयोगी, कतरास: निचितपुर और रेंगुनीबाड़ी में सरेआम हुई गोलीबारी की घटना से क्षेत्र में दहशत है। आमलोगों को अब यह लगने लगा है कि अपराधियों को कानून का भय नहीं रह गया है। आमलोगों का यह भी कहना है कि कानून का अनुपालन सुनिश्चित कराने में ढिलाई बरतने के चलते ही यह स्थिति उत्पन्न हुई है।
जांच पड़ताल में यह बात सामने आई है कि कतरास बाजार में जुआ अड्डा का संचालन लंबे समय से हो रहा है। संचालक के गुर्गे का एक पांव थाना में ही रहता है। गांधी चौक के समीप एक आवास में चल रहे जुआ के खेल में दावं लगाने के लिए गत बुधवार को कतरास व बरोरा थाना क्षेत्र के कई धनाढ्य और दबंग पहुंचे थे। रात दस बजे तक दबंग जुआड़ियों ने काफी पैसे बटोर लिए और जाने की तैयारी करने लगे। इस बीच नाल में अधिक रकम काटने को लेकर संचालक के गुर्गे से नोक झोंक शुरू हो गई। दावं हारने वाले भी दबंगों के विरोध में उतर आए। दबंगों की हरकत देख पड़ोस के लोग भी जुट गए। लोगों ने दबंगों की पिटाई कर दी। इसकी जानकारी मिलते ही कतरास थाना की पुलिस पहुंच गई। हो हंगामा के बीच पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया। पुलिस ने मौके से एक बुलेट सहित दो मोटरसाइकिल जब्त किया। इसके बाद पुलिस वापस चली गई, लेकिन घटना को लेकर हटिया व अन्य जगह पर काफी देर तक जमावड़ा लगा रहा।
सुबह होते ही प्रतिशोध की ज्वाला भड़क उठी। नतीजा यह हुआ कि गुरुवार दिन 12 बजे के करीब निचितपुर और इसके बाद रेंगुनीबाड़ी में गोलियों की तड़तड़ाहट से इलाका दहल उठा। गनीमत थी कि कोई जख्मी नहीं हुआ। पक्षकारों द्वारा गोलीबारी के जरिए यह प्रदर्शित करने की कोशिश की गई कि हम भी ताकत में कम नहीं है। पुलिस दोनों जगहों पर पहुंची, लेकिन गोली चलानेवाले हमेशा की तरह जा चुके थे।
सेटिंग-गेटिंग से चल रहा धंधा
सेटिग-गेटिग के आधार पर लंबे समय से वहां जुआ अड्डा का संचालन किया जा रहा था। दावं लगाने वालों में से कुछ की खाकी वर्दीधारियों से गहरी छनती है। यही वजह है कि पुलिस ने समय रहते ठोस कार्रवाई नहीं की। यदि पुलिस ने समय रहते कार्रवाई की होती तो घटना को बढ़ने से रोका जा सकता था। कतरास में गोलीबारी अब आम बात बनती जा रही है।