Hydroxychloroquine: डॉक्टरों के लिखे पर्चे बगैर नहीं बेची जा सकेगी हाइड्रोक्सी क्लोरोक्विन, गाइडलाइन जारी Dhanbad News
एसडीएम ने कहा है कि यदि दवा विक्रेता द्वारा बगैर डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के हाइड्रोक्सी क्लोरोक्विन दवा किसी को देने की सूचना प्राप्त होगी तो उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
धनबाद, जेएनएन। कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों के इलाज में Hydroxychloroquine drug दी जा रही है। इस कारण हाइड्रोक्सी क्लोरोक्विन की पूरी दुनिया में मांग है। अमेरिका जैसा देश भी इस दवा के लिए भारत की तरफ टकटकी लगाए हुए है। स्थानीय स्तर पर भी Hydroxychloroquine drug की ब्रिकी के लिए दिशा-निर्देश जारी किए जा रहे हैं। धनबाद के सदर अनुमंडल दंडाधिकारी राज महेश्वरम ने सभी खुदरा दवा विक्रेताओं को बगैर डॉक्टर के प्रिसक्रिप्शन के हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन दवा नहीं बेचने का आदेश दिया है।
अनुमंडल दंडाधिकारी ने कहा कि यदि किसी खुदरा दवा विक्रेताओं के पास सर्दी, खांसी, बुखार, जो कि कोविड 19 जैसे लक्षण से संबंधित है, की दवा लेने कोई ग्राहक आता है तो दवा विक्रेता बगैर किसी डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के उन्हें दवा नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि यदि दवा विक्रेता द्वारा बगैर डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के ऐसी दवा किसी को देने की सूचना प्राप्त होगी तो उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बाहर से गांव लौट आए 40 लोगों का हुआ स्वास्थ्य जांच
कोरोना से बचाव को लेकर सरकार द्वारा लॉकडाउन किए जाने के आदेश जारी होने के बाद अन्य प्रदेशों में मजदूरी कर रहे भारी संख्या में लोग अपने गांव को लौट आए। इस दौरान टुंडी और पूर्वी टुंडी के भारी संख्या में मजदूर अपने घर लौट आए हैैं। ऐसे में उन्हें क्वारंटाइन कर लगातार जांच की जा रही है। टुंडी के कुसुमाटांड, संग्रामडीह में बाहर से लौट आए चालीस लोगों की कोरोना का प्रारंभिक जांच डॉक्टर अभिषेक मुखर्जी, धमेंद्र सिसोदिया तथा सुजीत कुमार ने किया। हालांकि, जांच के दौरान किसी भी व्यक्ति में कोरोना के लक्षण नहीं मिले। बावजूद एहतियात के तौर पर इन्हें चौदह दिनों तक क्वारंटाइन में रहने का निर्देश दिया गया।