जागरण संवाददाता, धनबाद। आरसी हाजरा मेमोरियल अस्पताल में पिछले सप्ताह हुई अगलगी की घटना के बाद पहली बार परिवार के लोग प्रेस के सामने आए और इसके पीछे किसी भी तरह के संपत्ति विवाद को खारिज किया। साथ ही पूरे मामले की सीबीआई या सीआईडी से जांच कराने की मांग की।

मृतक डॉ. विकास हाजरा के छोटे भाई डॉक्टर समीर हाजरा ने शनिवार को एक प्रेस वार्ता की। जिसमें डॉक्टर समीर हाजरा ने कहा कि घटना के बाद से ही मीडिया रिपोर्ट्स में लगातार पारिवारिक विवाद को इस घटना की प्रमुख वजह बताया जा रहा है। जिसको लेकर कई तरह की भ्रांतियां फैल रही हैं।

उन्होंने कहा कि इस घटना से जहां पूरा परिवार मर्माहत है, वहीं, इस तरह की आधारहीन खबरों के प्रकाशन से परिवार की परेशानियां और बढ़ रही है। इन्हीं परेशानियों को कम करने के लिए वह जल्द ही मुख्यमंत्री से मिलने वाले हैं। वह मुख्यमंत्री से पूरे मामले की सीबीआई या प्रदेश की मुख्य जांच एजेंसी सीआईडी से जांच कराने की मांग करेंगे। वह सरकार की ओर से इसके लिए उठाए गए कदम का स्वागत करते हुए जांच एजेंसियों को हर तरह की मदद करने के लिए तैयार हैं।

डॉक्टर समीर ने कहा कि वह भी पूरे मामले की निष्पक्ष जांच चाहते हैं। जिससे आग लगने के पीछे के कारणों की वजह सभी को मालूम चले। जिससे दूध का दूध पानी का पानी हो जाए। उन्होंने घटना के पीछे कुछ ऐसे शरारती तत्वों का हाथ बताया, जो हाजरा परिवार के दुश्मन हो सकते हैं। लेकिन ऐसे तत्वों का नाम उन्होंने जांच चलने का हवाला देकर बताने से मना कर दिया।

संपत्तियों का हो चुका है आधा-आधा बंटवारा

मृतक डॉ. विकास और डॉ. प्रेमा को अपने मां-बाप के समान बताते हुए उन्होंने कहा कि वह सपने में भी दूर-दूर तक इस तरह की दुर्भावना नहीं पाल सकते। उन्होंने कहा कि परिवार में किसी भी तरह का संपत्ति विवाद नहीं है। चाहे वह धनबाद की संपत्ति हो या फिर बेंगलुरु की संपत्ति। पारिवारिक सहमति से ही दोनों जगहों की संपत्तियों में आधी-आधी हिस्सेदारी उनको मिली हुई है।

डॉक्टर समीर ने डॉक्टर विकास की बेटी और बेटा की ओर से दिए गए बयान को उनका बचपना बताते हुए कहा कि पिता की हालत देखकर उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। ऐसे में उनके दिए का बयान का कोई और मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए।

डॉक्टर दंपती सहित छह लोगों की हो गई थी मौत

गौरतलब है कि 26 जनवरी की देर रात आरसी मेमोरियल अस्पताल में आग लग गई थी। जिसमें डॉ. विकास उनकी पत्नी डॉ. प्रेमा सहित पांच लोगों की मौत हो गई थी। घटना को संदेहास्पद मानते हुए डॉ. विकास के बेटे आयुष ने अज्ञात लोगों के खिलाफ बैंक मोर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई। जिसकी जांच पुलिस कर रही है।

Edited By: Roma Ragini