दीपावली के नजदीक आते ही धनबाद के कुम्हारों की चाक में भी आई तेजी
दीपावली जैसे-जैसे नजदीक आ रही है कुम्हारों की चाक तेजी से घुमने लगी है। बड़ी संख्या में मिट्टी के दीये बनाने का कार्य कुम्हारों ने शुरू कर दिया है। पर्व को लेकर कुम्हारों ने घरों में रोशनी करने वाले दीये गणेश लक्ष्मी की मूर्ति बरनी आदि बनाने लगे हैं।
धनबाद: दीपावली जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, कुम्हारों की चाक तेजी से घुमने लगी है। बड़ी संख्या में मिट्टी के दीये बनाने का कार्य कुम्हारों ने शुरू कर दिया है। पर्व को लेकर कुम्हारों ने घरों में रोशनी करने वाले दीये, गणेश लक्ष्मी की मूर्ति, बरनी आदि बनाने लगे हैं। वहीं प्रधानमंत्री मोदी की ओर से त्योहारों पर स्थानीय उत्पादों की खरीदारी किए जाने के आह्वान से इस बार कुम्हारों में ज्यादा बिक्री होने की उम्मीद जगी है। चीनी समानों का बहिष्कार भी इनकी खुशहाली में चार चांद लगाने के लिए तैयार है। दहुआटांड के कुम्हार राजेश पंडित ने बताया कि दुर्गापूजा के बाद से उनके कार्य में तेजी आ गई हैं। वर्तमान समय में मिट्टी के बने सामानों की मांग बाजार में बढ़ने के कारण वे लोग लगातार काम कर रहे हैं। मिट्टी के दीये, मूर्ति की मांग पर्व, त्योहारों में अचानक बढ़ जाती है। खासकर दीपावली में इसकी मांग काफी रहती है। ऐसे में दिन-रात एक कर मिट्टी के सामान बनाए जा रहे हैं। इस दौरान मिट्टी के बने सामानों की कीमत भी बढ़ गई है। दुकानों पर भीड़ बढ़ने लगी है।
नये ट्रेंड के साथ डिजाइनर दीये की मांग बढ़ी
बदलते ट्रेंड के साथ अब लोग डिजाइनर दीये भी खूब पसंद करने लगे हैं। लोग अलग तरह के दीयों की खरीदारी ज्यादा कर रहे हैं। वहीं चाइनीज दीपों से मोहभंग के चलते मिट्टी के दीयों की मांग बढ़ी है। कुम्हारों को अच्छी आय की उम्मीद
दहुआटांड के नरेश पंडित बताते हैं कि उन्हें इस बार अच्छी बिक्री की उम्मीद है। मिट्टी के दीपक, गणेश लक्ष्मी की मूर्ति, दीया बरनी आदि बनाने के लिए माता-पिता के साथ उनके भाई भी हाथ बंटा रहे हैं। कोई मिट्टी गूंथने में लगा है तो कोई गणेश लक्ष्मी की मूर्ति की पेटिंग कर रहा है। मिट्टी के बने सामानों की कीमत
दीये: 40 से 60 रुपये प्रति सैकड़ा
गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति: 30 से 40 रुपये
दीया बरनी: 40 से 60 रुपये
कलश: 20 से 50 रुपये शहर में सज गए बाजार
शहर के कई इलाकों में दीये का बाजार भी लग गया है। पुराना बाजार, हीरापुर, स्टील गेट व बैंक मोड़ इलाके में कई लोग दीये की खरीदारी करते दिखे।