Dhanbad: दाे करोड़ की पंडाल में विराजेगी मां दुर्गा, तीन करोड़ से अधिक खर्च करेगी पूजा समितियां
धनबाद कोयलांचल में दुर्गोत्सव की तैयारी युद्ध स्तर पर है। पूजा पंडालों में अंतिम रूप देने का काम चल रहा है। कोरोना महामारी के बाद इस बार पूजा पंडालों में भी भारी उत्साह देखने को मिल रहा है।
राकेश कुमार महतो, धनबाद: धनबाद कोयलांचल में दुर्गोत्सव की तैयारी युद्ध स्तर पर है। पूजा पंडालों में अंतिम रूप देने का काम चल रहा है। कोरोना महामारी के बाद इस बार पूजा पंडालों में भी भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। यही वजह है कि इस बार पूजा कमेटी की ओर से एक से बढ़कर एक भव्य पंडाल बनाए जा रहे हैं। अनुमान के मुताबिक इस बार शहर भर में करीबन दो करोड़ रुपए पूजा पंडालों पर खर्च किए जाएंगे। इसके अलावा पूजा के खर्च में विद्युत साज-सज्जा, पूजा खर्च, ढाक ढोल, प्रसाद वितरण, साउंड सिस्टम, विसर्जन आदि के अन्य खर्च पर शहर के पूजा कमेटी करीबन तीन करोड़ रुपया से अधिक खर्च करेगी।
शहर के सरायढेला, झारखंड मैदान व तेतुलतला में भव्य पंडाल निर्माण कर मेला लगाया जाता है। वहां इस बार पंडाल निर्माण में जमकर खर्च कर रहे है।सरायढेला में सबसे अधिक 15 लाख का पंडाल, झारखंड मैदान में 12 लाख व तेतुलतला में 5 लाख का पंडाल निर्माण किया जा रहा है।
आकर्षक तरीके से किया जाएगा विद्युत साज-सज्जा
शहर के लुबी सर्कुलर रोड जहां प्रत्येक वर्ष आकर्षक तरीके से विद्युत साज सज्जा किया जाता है। इस वर्ष भी आकर्षक तरीके से लुबी सर्कुलर रोड साज-सज्जा किया जा रहा है। पंडाल के आसपास में दूधिया रोशनी से जगमग रहेगा व सड़कों पर आकर्षक तरीके के रईस लाइट, बल्ब लाइट, मेटल लाइट, आकृति लेजर लाइट, ए शेफ लाइट के अलावा सड़क के दोनों ओर तोरण द्वार बनाए जाएंगे। जिसका बजट तकरीबन 5 लाख का बजट रखा गया है। इसके अलावा हाउसिंग कालोनी में भी सड़कों के दोनों और राइस लाइट, बल्ब लाइट, तोरण दीये की आकृति, लेजर लाइट द्वार से साज सज्जा किया जाएगा। इसका बजट 2 लाख है।
बंगाल के ढाक ढोल से गुजरेंगे मां का दरबार
शहर के अधिकतर पूजा समिति मां दुर्गा की आराधना व आरती के वक्त बजाए जाने वाले ढाक-ढोल बंगाल से बुलाए हैं। जो विसर्जन तक फलाहार का सेवन कर पूजा आरती के समय धाक ढोल बजाएंगे।
यहां ले सकेंगे मेला का आनंद
सरायढेला, तेतुलतला, झारखंड मैदान, भूली ए ब्लाक व भूली बी ब्लाक में झूला और मीना बाजार लगाया जाता है। जिसे देखने के लिए काफी संख्या में लोग आते हैं। झारखंड मैदान में मां का पाठ खुलने से पूर्व ही मेला लगाया गया है। संध्या के समय बच्चे, युवा आकर मेला का आनंद ले रहे हैं। इसके अलावा कई प्रकार के दुकाने व खाने पीने के लिए ठेले भी लगाए जा रहे हैं।