तीन की गिरफ्तारी कर एसएसपी ने किया दावा, प्रतिशोध में हुई शराब सप्लायर भोला सिंह की हत्या
मृतक भोला सिंह झरिया स्थित चार नंबर में झारखंड सरकार के उत्पाद विभाग द्वारा संचालित देशी शराब की दुकान में सेल्समैन था। वह दुकानों में शराब की आपूर्ति करता था।
धनबाद, जेएनएन। झरिया थानाक्षेत्र के लोदना मोड़ के समीप नारायण मेहता होटल में 9 मार्च को हुई 55 वर्षीय भोला सिंह की हत्या की गुत्थी सुलझा लेने का धनबाद पुलिस ने दावा किया है। इस मामले में तीन युवकों शंटू कुमार रवानी, संदीप यादव उर्फ संदीप चंद्र गोप और अमित रवानी की गिरफ्तारी के बाद एसएसपी किशोर काैशल ने सोमवार को संवाददाता सम्मेलन कर कहा कि भोला सिंह की हत्या प्रतिशोध में की गई थी। आरोपियों के पास से पुलिस ने एक देशी पिस्टल, चार जिंदा गोली, एक खोखा, एक हीरो पैशन प्रो मोटरसाइकिल तथा तीन मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं।
एसएसपी ने बताया कि मृतक भोला सिंह झरिया स्थित चार नंबर में झारखंड सरकार के उत्पाद विभाग द्वारा संचालित देशी शराब की दुकान में सेल्समैन था। वह दुकानों में शराब की आपूर्ति करता था। उन्होंने बताया कि शंटु कुमार रवानी को शक था कि उसके होटल में अवैध शराब की बिक्री के विरुद्ध उत्पाद विभाग द्वारा की गई छापेमारी में भोला सिंह का ही हाथ है। इसी के प्रतिशोध में शंटू ने अमित रवानी, संदीप यादव एवं राजू अंसारी को भोला सिंह की हत्या कर देने की बात की। शंटू के इशारे पर अमित ने अपने साथी राजू अंसारी एवं संदीप यादव के साथ मिलकर भोला सिंह की हत्या कर दी। उन्होंने बताया कि भोला सिंह की हत्या के बाद उन्होंने सिटी एसपी पीयूष पांडे से प्राप्त गुप्त सूचना के आधार पर एसडीपीओ सिंदरी प्रमोद कुमार केशरी के नेतृत्व में एक टीम गठित की। टीम में पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी झरिया रणधीर कुमार, झरिया थाना के प्रभात रंजन पांडे, सुबोध कुमार सिंह, सत्येंद्र नाथ चौबे, लक्ष्मी कांत महतो तथा पुलिस बल को शामिल कर विशेष टीम बनाई। टीम ने हत्याकांड में संलिप्त तीनों आरोपियों को घटना में प्रयुक्त हथियार, गोली, मोटरसाइकिल, मोबाइल फोन आदि के साथ गिरफ्तार कर इस कांड का त्वरित उद्भेदन कर दिया। एसएसपी कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन के दाैरान सिटी एसपी पीयूष पांडे और ग्रामीण एसपी अमन कुमार भी उपस्थित थे।