10 कंपनियों ने फर्जी GST से सरकार को लगाया तीन करोड़ का चूना, एक गिरफ्तार Dhanbad News
पुलिस के अनुसार गिरफ्तार सत्यनारायण सिन्हा लोगों के पैन कार्ड और आधार कार्ड का इस्तेमाल कर अपने मोबाइल नंबर का प्रयोग कर फर्जी जीएसटी तैयार करवाता था।
धनबाद, जेएनएन। फर्जी जीएसटी से तीन करोड़ रुपये की करवंचना का मामला पकड़ा गया है। फर्जी जीएसटी के माध्यम से लगभग 10 फर्जी कंपनियों ने टैक्स चोरी कर सरकार को तीन करोड़ रुपये का चूना लगाया है। इस मामले में पुलिस ने नावाडीह निवासी सत्यनारायण सिन्हा नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पुलिस उससे पुछताछ कर रही है।
राज्य कर पदाधिकारी पंकज कुमार की शिकायत पर 9 अगस्त को पुटकी थाना में मामला दर्ज किया गया था। पुलिस के अनुसार सत्यनारायण सिन्हा लोगों के पैन कार्ड और आधार कार्ड का इस्तेमाल कर अपने मोबाइल नंबर का प्रयोग कर फर्जी जीएसटी तैयार करवाता था। उक्त जीएसटी का इस्तेमाल धनबाद के कई फर्म व कंपनियां के लिए किया गया है। पुलिस काफी दिनों से सत्यनारायण सिन्हा की तलाश में थी। हालांकि उसका एक सहयोगी अभी तक पुलिस की पकड़ से बाहर है। आरोपित ने पुलिस को बताया कि झरिया राजबाड़ी निवासी एक व्यक्ति के साथ मिलकर वह इस धंधे को चला रहा था। डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर मुकेश कुमार ने बताया कि पकड़ा गया सत्यनारायण सिन्हा इस धंधे में वर्ष 2016 से सक्रिय है। पहले फर्जीवाड़ा का पता नहीं चल पाता था। लेकिन जीएसटी आने के बाद मामले का खुलासा हुआ। आरोपित ने पुलिस को बताया कि उसे इस काम के लिए 20 हजार रुपए प्रतिमाह दिया जाता था। आरोपित से पूछताछ के बाद पुलिस ने उसे जेल भेज दिया।
इनकम टैक्स रिटर्न के नाम पर लिया जाता था पैन और आधार कार्डः सत्यनारायण सिन्हा लोगों से इनकम टैक्स रिटर्न भरने के नाम पर उनका पैन कार्ड व आधार कार्ड की फोटो कॉपी ले लेता था। उसी के आधार पर जीएसटी क्रिएट किया जाता था। उक्त जीएसटी का इस्तेमाल फर्जी कंपनियां व फर्म करवंचना के लिए करते थे।
कोयले के धंधे में शामिल है कई कंपनियांः जिन कंपनियों पर करवंचना का आरोप लगा है उनमें से ज्यादातर कोयले के धंधे में शामिल हैं। प्राथमिक जांच में सिन्हा इंटरप्राइजेज और बालाजी इंटरप्राइजेज नामक दो कंपनियों का नाम आया है। पुलिस सूत्रों की माने तो लगभग 10 कंपनियों को चिन्हित किया गया है, जिन्होंने फर्जी जीएसटी के आधार पर करवंचना कर सरकार को तीन करोड़ का चूना लगाया।