एसएनएमएमसीएच से भूली की महिला का नवजात बच्चा चोरी
धनबाद एसएनएमएमसीएच के स्त्री व प्रसव रोग विभाग में दो महिलाएं एक नवजात बच्चे को लेकर भाग गई। भ
धनबाद : एसएनएमएमसीएच के स्त्री व प्रसव रोग विभाग में दो महिलाएं एक नवजात बच्चे को लेकर भाग गई। भूली शक्ति मार्केट निवासी सरोज यादव की 25 वर्षीय पत्नी गुड़िया देवी का दोपहर 2.30 बजे अस्पताल में प्रसव हुआ था। वार्ड में आते ही एक महिला नवजात को खेलाने के बहाने लेकर फरार हो गई। इसके बाद वार्ड में हड़कंप मच गया। स्वजन नवजात को लेकर भागने वाली महिला को खोजने लगे, लेकिन कोई पता नहीं चला। पूरी घटना वार्ड में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। अस्पताल प्रबंधन ने मामले की सूचना सरायढेला पुलिस को दी है। पुलिस जांच कर रही है।
गुड़िया की सास राधिका देवी ने बताया कि बच्चे के जन्म के बाद दो महिला वार्ड में आईं। एक ने कहा कि आपका बच्चा बहुत प्यारा है, थोड़ा गोद में खेला लेती हूं। इसके बाद राधिका देवी अपना मोबाइल चार्जर में लगाने लगी, तब तक वह नवजात को लेकर महिला फरार हो गई। नर्स ने सौंपा, दस मिनट में महिला ले भागी : प्रसव कक्ष से नर्स ममता कुमारी ने 2.35 में गुड़िया व उसके स्वजनों को नवजात बेटा सौंपा था। लगभग 2.45 बजे के आसपास दो महिलाएं वार्ड में आई। वार्ड में गुड़िया देवी की सास राधिका देवी से बहाने से बच्चे को लेकर भाग निकली।
कैमरे में आसानी ने देखा जा सकता है कि दो महिला वार्ड में गईं। इसमें एक पीली साड़ी पहने हुए महिला नवजात को लेकर जन औषधि केंद्र के रास्ते ओपीडी की ओर चली गई। उसके साथ एक और महिला थी। दोनों ने अपने-अपने चेहरे पर मास्क लगा रखा था। ओपीडी के बाहर पहले से ही एक महिला लाल रंग की साड़ी पहने खड़ी थी। लाल रंग की साड़ी पहने महिला के साथ एक लगभग सात वर्ष की लड़की भी थी। नवजात को गोद लेकर दोनों अलग-अलग रास्ते से फरार हो गईं। घंटों रेकी कर रही थी महिलाएं
अस्पताल प्रबंधन का मानना है कि महिलाएं नवजात की चोरी के लिए रेकी कर रही थीं। चोरी होने वाले नवजात से पहले दो और प्रसव कराए गए। इसमें एक बेटी और एक बेटा था। लेकिन सॉफ्ट टारगेट गुड़िया देवी ही बनी। क्योंकि गुड़िया देवी के पास केवल उसकी सास ही थी।
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मामले की जांच शुरू हो गई है। सुरक्षा व्यवस्था बेहतर करने के लिए कई प्रवेश द्वार बंद कर एक प्रवेश द्वार बनाने का प्रस्ताव पुन: भेजा जाएगा। फंड के अभाव में कार्य लंबित है। इस मामले में कर्मचारियों का कोई दोष नहीं है।
डा. एके वर्णवाल, अधीक्षक, एसएनएमएमसीएच।