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शताब्दी वर्ष से पहले आईआईटी आईएसएम जमा करेगा 100 करोड़ का डोनेशन, पूर्व छात्र अवलेश ने दिया एक करोड़ का योगदान

आईआईटी आईएसएम धनबाद 2026 में 100 साल का हो जाएगा। आईआईटी आईएसएम के भव्य समारोह के लिए दुनिया भर से संस्थान के पूर्व छात्र आर्थिक सहयोग दे रहे हैं। हाल ही में 2005 बैच के पूर्व छात्र अवलेश ने एक करोड़ रुपये का डोनेशन शताब्दी कोष के लिए दिया है।

By Jagran NewsEdited By: Mohit TripathiPublished: Thu, 30 Mar 2023 03:59 PM (IST)Updated: Thu, 30 Mar 2023 03:59 PM (IST)
शताब्दी वर्ष से पहले आईआईटी आईएसएम जमा करेगा 100 करोड़ का डोनेशन, पूर्व छात्र अवलेश ने दिया एक करोड़ का योगदान
शताब्दी वर्ष से पहले 100 करोड़ रुपये जमा करने का लक्ष्य।

जागरण संवाददाता, धनबाद: रॉयल स्कूल ऑफ माइंस लंदन की तर्ज पर 1926 में कोयला नगरी धनबाद में स्थापित भारतीय खनि विद्यापीठ अपने शताब्दी वर्ष समारोह के लिए तैयार है। आईआईटी आईएसएम धनबाद 2026 में 100 साल का हो जाएगा। आईआईटी आईएसएम के भव्य समारोह के लिए दुनिया भर से संस्थान के पूर्व छात्र आर्थिक सहयोग दे रहे हैं।

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पूर्व छात्र अवलेश सिंह ने दिया एक करोड़ का डोनेशन

हाल ही में 2005 बैच के बीटेक मिनरल्स इंजीनियरिंग स्नातक अवलेश सिंह ने एक करोड़ रुपये का डोनेशन शताब्दी कोष के लिए दिया है।

 वेब एंगेज के सह-संस्थापक और सीईओ हैं अवलेश

अवलेश देश के प्रमुख टेक स्टार्टअप्स में से एक वेब एंगेज के सह-संस्थापक और सीईओ हैं। उन्होंने शताब्दी कोष के लिए प्रथम किस्त के तौर पर 25 लाख रुपये स्थानांतरित भी कर दिए हैं। शेष राशि मार्च 2026 से पहले स्थानांतरित कर दी जाएगी।

संस्थान को दिया श्रेय

वेब एंगेज कई सालों से एशिया प्रशांत क्षेत्र में सबसे तेजी से बढ़ती तकनीकी कंपनी है। अवलेश सिंह ने कहा कि संस्थान ने उन्हें इस काबिल बनाया है कि वो कुछ सहयोग कर रहे हैं। इससे अन्य लोग भी प्रेरित होंगे।

अगले वित्तीय वर्ष में 25 लाख की दूसरी किस्त का भुगतान कर दिया जाएगा, शेष राशि मार्च 26 में होने वाले शताब्दी वर्ष से पहले प्रदान कर दी जाएगी। वेब एंगेज स्टार्टअप में भारत समेत दुबई, साओ पाओलो और जकार्ता के कई कार्यालयों में 400 से अधिक कर्मचारी हैं।

आईएसएम ने पिछले साल विकसित किया था शताब्दी फंड

आईएसएम ने पिछले वर्ष शताब्दी फंड विकसित किया था। नौ दिसंबर को संस्थान के 97वें स्थापना दिवस समारोह के दौरान डीन (अंतरराष्ट्रीय संबंध और पूर्व छात्र मामले) प्रो. आरएम भट्टाचार्जी के साथ हुए समझौता ज्ञापन में आईआईटी आईएसएम के पूर्व निदेशक प्रो. एसपी बनर्जी ने पांच लाख रुपये दिए। डीन (मीडिया और ब्रांडिंग) प्रो रजनी सिंह ने पूर्व छात्र अवलेश के योगदान पर आभार जताया है।

आईआईटी निदेशक ने की अवलेश सिंह के योगदान की सराहना

आईआईटी के निदेशक प्रो. राजीव शेखर ने भी अवलेश सिंह के किए गए योगदान की सराहना की और कहा अवलेश के योगदान को प्रतीकात्मक रूप से अन्य पूर्व छात्रों को शताब्दी कोष में योगदान करने के लिए प्रोत्साहित करेगा।

फंड की सहायता से संस्थान में बनेगा एक सभागार

आईआईटी आईएसएम एलुमनी एसोसिएशन के नवनियुक्त अध्यक्ष अशोक कुमार ने 2026 से पहले पूर्व छात्रों के योगदान से शताब्दी कोष में 100 करोड़ रुपये जमा करने की योजना बनाई है। इस राशि से अन्य विकास कार्य करने के साथ ही संस्थान में एक बड़ा सभागार बनाया जाएगा।

पूर्व छात्र नरेश दे चुके हैं 10 करोड़ का डोनेशन

संस्थान ने आईआईटी आईएसएम एलुमनी एसोसिएशन नार्थ अमेरिका सहित सभी एलुमनी एसोसिएशन से संपर्क करना शुरू कर दिया है। 1967 पेट्रोलियम इंजीनियरिंग बैच के पूर्व छात्र नरेश के वशिष्ठ 97वें स्थापना दिवस में आईएसएम में हाइड्रोजन और कार्बन कैप्चर सीक्वेस्ट्रेशन सेंटर की स्थापना के लिए 10 करोड़ रुपये दे चुके हैं।

संस्थान से बीटेक (माइनिंग इंजीनियरिंग) पास बिनय दयाल ने भी संस्थान के शताब्दी कोष में एक लाख रुपये का योगदान दिया है।


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