भौंरा के रैयतों के दावे पर सीओ ने लगाई मुहर, 25 को आंदोलन
भौंरा गौरखूंटी मोहलबनी व भौंरा के रैयतों की ओर से बीसीसीएल प्रबंधन पर जमीन अधिग्रहण क
भौंरा : गौरखूंटी, मोहलबनी व भौंरा के रैयतों की ओर से बीसीसीएल प्रबंधन पर जमीन अधिग्रहण करने के दावे पर झरिया के सीओ राजेश कुमार ने मुहर लगा दी है। जांच रिपोर्ट में सीओ ने भौंरा, गौरखूंटी और मोहलबनी मौजा की 18 एकड़ जमीन पर बीसीसीएल की ओर से कब्जा कर कोयला खनन करने का उल्लेख किया गया है। सीओ ने दो नवंबर को धनबाद के अपर समाहर्ता को जांच रिपोर्ट सौंप दी है। बावजूद जिले के प्रशासनिक अधिकारी व बीसीसीएल प्रबंधन 18 एकड़ जमीन का मुआवजा भुगतान के लिए कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। इसके विरोध में 25 नवंबर को भौंरा साउथ कोलियरी फोर ए पैच आउटसोर्सिंग परियोजना के पास आंदोलन कर कोयला ढुलाई रोकने की चेतावनी ग्रामीण रैयतों ने दी है। इसको लेकर तीन गांवों के रैयतों की बैठक गौरखूंटी के प्रहलाद महतो हाई स्कूल परिसर में रविवार को तीन घंटे तक चली। रैयतों ने अपनी जमीन के हक के लिए प्रबंधन के खिलाफ चरणबद्ध आंदोलन करने का निर्णय लिया। झामुमो नेता आशीष सिन्हा ने कहा कि झरिया के सीओ की रिपोर्ट से यहां के रैयतों में आशा जगी है। प्रशासन को भी रैयतों की मांगों को पूरा करना चाहिए। रैयतों के पास अब आंदोलन के सिवा कोई चारा नहीं बचा है। इसलिए रैयतों ने अब अपनी मांगों को लेकर शंातिपूर्ण तरीके से चरणबद्ध आंदोलन करने की तैयारी की है। इस मौके पर विश्वनाथ महतो, महादेव महतो, शंभू महतो, छोटिया मांझी,अशोक महतो, तुलसी तुरी, जगबंधु महतो, कार्तिक महतो, फूलचंद महतो, अरुण महतो, आंनद रवानी समेत बड़ी संख्या में रैयत उपस्थित थे।