सिटी बस संचालक ने नगर निगम का पचाया 17 लाख, प्राथमिकी दर्ज Dhanbad News
राजीव कुमार ने निगम को धोखे में रखते हुए यह राशि गबन कर ली। इसलिए सरकारी राशि गबन करने सरकारी संपत्ति क्षतिग्रस्त करने और धोखाधड़ी करने के लिए प्राथमिकी दर्ज की गई है।
धनबाद, जेएनएन। जिसे सिटी बसों के संचालन का जिम्मा मिला, उसी ने बसों को क्षतिग्रस्त अवस्था में पहुंचा दिया। कलपुर्जे तक गायब हो गए। प्रतिदिन बस का किराया देना भी मुनासिब नहीं समझा। जब नगर निगम ने साढ़े 17 लाख रुपये का डिमांड भेजा तो कुछ राशि जमा कर कन्नी काट ली। इसके बाद धनबाद नगर निगम ने सख्त रवैया अख्तियार करते हुए सिजुआ जोगता के राजीव कुमार पर छह सिटी बसों की राशि गबन करने की प्राथमिकी धनबाद थाने में दर्ज कराई है।
धनबाद थाने में दी गई लिखित शिकायत में सहायक अभियंता ने कहा है कि सिजुआ के राजीव कुमार को निगम की छह सिटी बसों के संचालन के लिए 16 जून 2016 को एकरारनामा किया गया। राजीव कुमार को प्रतिदिन प्रति बस 170 रुपये देने के साथ-साथ बसों का रखरखाव भी करना था। राजीव कुमार ने ठगी की मंशा से बसों के परिचालन के लिए देय राशि निगम कोषांग में जमा न कर खुद रख सरकारी राजस्व का गबन किया। निगम की जांच में राजीव कुमार द्वारा संचालित छह सिटी बसों के कलपुर्जे गायब मिले। बसें क्षतिग्रस्त अवस्था में मिलीं। क्षति की अनुमानित राशि दस लाख 17 हजार 180 रुपये निर्धारित की गई। इतना ही नहीं बस परिचालन बकाया शुल्क आठ लाख 14 हजार 950 रुपये यानी कुल 18 लाख 32 हजार 130 रुपये सात दिन के अंदर निगम में जमा करने का निर्देश दिया गया। इसके एवज में राजीव ने निगम को 85 हजार 90 रुपये चेक से भुगतान किया, शेष राशि 17 लाख 47 हजार 40 रुपये अभी तक जमा नहीं किया। निगम ने राशि जमा करने के लिए कई पत्र भेजे, लेकिन कोई उत्तर नहीं मिला। राजीव कुमार ने निगम को धोखे में रखते हुए यह राशि गबन कर ली। इसलिए सरकारी राशि गबन करने, सरकारी संपत्ति क्षतिग्रस्त करने और धोखाधड़ी करने के लिए प्राथमिकी दर्ज की जाए।