Dhanbad Municipal Corporation: सुपरवाइजर होकर पैसा कमाओगे और हम कुर्सी पर बैठकर देखते रहेंगे... डीएमसी में हर रोज फूट रहा ऑडियो बम
झरिया अंचल के दो सुपरवाइजर के बीच रुपयों के लेनदेन के वायरल ऑडियो में सिटी मैनेजर कुणाल सिंह का नाम आया था। सिटी मैनेजर ने उप नगर आयुक्त राजेश कुमार सिंह से मिलकर अपनी बात रखी है।
धनबाद, जेएनएन। Dhanbad Municipal Corporation धनबाद नगर निगम में रोज वसूली का ऑडियो बम फूट रहा है। मंगलवार को झरिया अंचल के दो सुपरवाइजर की बातचीत का ऑडियो वायरल हुआ था, जिसमें दोनों आपस में हाजिरी बनाने के नाम पर रुपयों के लेनदेन की बात कर रहे थे। तो बुधवार को एक और ऑडियो वायरल हुआ। इसमें झरिया अंचल के कार्यक्रम पदाधिकारी सह प्रभारी कार्यपालक पदाधिकारी रवि कुमार सिटी मैनेजर से बोल रहे हैं कि सुपरवाइजर पैसा कमाएगा और क्या हम कुर्सी पर बैठे रहेंगे। ऐसा नहीं चलेगा। पैसा कमाना तो अधिकार है। ऑडियो से लग रहा है कि कार्यक्रम पदाधिकारी सिटी मैनेजर पर रुपयों के लेनदेन का दबाव बना रहे हैं।
- कार्यक्रम पदाधिकारी का ऑडियो
कार्यक्रम पदाधिकारी रवि कुमार : मेरा कहना है कि भैया जो कुर्सी पर बैठे उसका उचित सम्मान होना चाहिए और उचित पैसा भी मिलना चाहिए। वो भी तरीके से, कहीं से कोई इफबट नहीं है। यह तो अधिकार है। तुम सुपरवाइजर होकर कमाओगे और कुर्सी पर बैठने वाला एक भी पैसा नहीं कमाएगा। पैसा कमाएगा पूरा। ई बात बाहर लीकआउट नहीं होना चाहिए।
सिटी मैनेजर : सिर्फ हामी भर रहे हैं।
मुझे पता चला कि सिटी मैनेजर पैसे ले रहे थे। बस उनसे बात निकलवाने के लिए फोन किया था। रुपये के लेनदेन के दबाव बनाने की बात गलत है।
-रवि कुमार, कार्यक्रम पदाधिकारी
पहले ही दिया जा चुका है नियुक्ति की जांच का आदेश
नगर निगम के कार्यक्रम अधिकारी की बहाली पर नगर विकास विभाग ने इसी साल मई माह में ही जांच का आदेश दे दिया था। झरिया के रहने वाले अनिल कुमार ने सरकार को पत्र लिखकर निगम में अवैध रूप से एक प्रोग्राम ऑफि सर की बहाली की शिकायत की थी। इसी के आधार पर जांच का आदेश दिया गया था। नगर विकास विभाग को भेजे गए पत्र में अनिल कुमार ने लिखा था कि नगर निगम में एक कार्यक्रम पदाधिकारी की बहाली प्रोग्राम ऑफि सर के रूप में 2017 में हुई। उस समय से लेकर आजतक प्रोग्राम ऑफि सर को 30 हजार रुपये प्रतिमाह का मानदेय दिया जा रहा है। उन्होंने लिखा है कि निगम में पदाधिकारी की नियुक्ति का अधिकार सरकार के पास है न कि निगम के पास है। आजतक विभाग से कोई अनुमोदन भी नहीं लिया गया। शिकायतकर्ता ने लिखा है कि संबंधित कार्यक्रम पदाधिकारी का नगर निगम में एक एजेंसी भी निबंधित है। जिसकी जानकारी छिपाई गई। इसी शिकायत के आधार पर पूर्व नगर आयुक्त को जांच का निर्देश दिया गया था। जांच आज तक पूरी नहीं हो सकी है।
दो सुपरवाइजर के वायरल ऑडियो के मामले में सिटी मैनेजर ने की शिकायत
झरिया अंचल के दो सुपरवाइजर के बीच रुपयों के लेनदेन के वायरल ऑडियो में सिटी मैनेजर कुणाल सिंह का नाम आया था। बुधवार को सिटी मैनेजर ने उप नगर आयुक्त राजेश कुमार सिंह से मिलकर अपनी बात रखी। उन्होंने लिखित रूप में दिया कि उन्हें जानबूझकर फं साया जा रहा है। इसमें अपने कार्यालय के कर्मचारी ही संलिप्त हैं। झरिया में स्थिति बहुत खराब है। वहां पर संख्या से अधिक हाजरी बनाई जा रही है और उसके एवज में कमीशन लिया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर झरिया अंचल में चर्चा है कि सभी सुपरवाइजर को बुलाकर धमकाया गया।