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Dukha Bhagat के निधन से भाजपाई मर्माहत, झारखंड में आदिवासियों के बीच पार्टी की पैठ में निभाई थी भूमिका

1998 में जब बाबूलाल मरांडी केंद्र में वन एवं पर्यावरण मंत्री बने तो उन्होंने दुखा भगत को वनांचल प्रदेश भाजपा अध्यक्ष की कमान साैंप दी। 15 नवंबर 2000 को बाबूलाल झारखंड के मुख्यमंत्री बने। इसके बाद दुखा भगत को झारखंड भाजपा का अध्यक्ष बनाया गया।

By MritunjayEdited By: Published: Fri, 23 Apr 2021 04:58 PM (IST)Updated: Fri, 23 Apr 2021 04:58 PM (IST)
झारखंड प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष दुखा भगत ( फाइल फोटो)।

धनबाद, जेएनएन। भाजपा झारखंड पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं लोहरदगा लोकसभा क्षेत्र के पूर्व सांसद प्रोफेसर दुखा भगत के निधन पर धनबाद के सांसद पशुपतिनाथ सिंह ने गहरा शोक प्रकट किया है। अपने शोक संदेश में सांसद पशुपति नाथ सिंह ने कहा प्रोफेसर दुखा भगत जीवन भर भारतीय जनता पार्टी की समृद्धि के लिए कार्य करते रहे। वे एक संघर्षशील व्यक्तित्व थे। प्रोफेसर दुखा भगत ने खासकर आदिवासी क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी को मजबूत करने का कार्य किया। शिक्षा के क्षेत्र में भी उन्होंने अद्वितीय सेवा करने का कार्य किया।

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नेतृत्व के लिए भगत को बाबूलाल ने किया तैयार

अगल झारखंड राज्य निर्माण को लेकर भाजपा आंदोलन चला रही थी। अलग राज्य बननने से पहले ही भाजपा ने बिहार भाजपा के संगठन को दो भागों में बांट दिया था। झारखंड के हिस्से को वनांचल प्रदेश नाम दिया गया था। बाबूलाल मरांडी को वनांचल प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बनाया गया। 1998 में जब बाबूलाल केंद्र में वन एवं पर्यावरण मंत्री बने तो उन्होंने दुखा भगत को वनांचल प्रदेश भाजपा अध्यक्ष की कमान साैंप दी। 15 नवंबर, 2000 को बाबूलाल झारखंड के मुख्यमंत्री बने। इसके बाद दुखा भगत को झारखंड भाजपा का अध्यक्ष बनाया गया। 

एक कुशल संगठनकर्ता थे

शोक प्रकट करते हुए धनबाद के विधायक राज सिन्हा ने कहा कि प्रोफ़ेसर दुखा भगत एक कुशल संगठन कर्ता थे। उन्होंने पार्टी की नीतियों और रीतियों को जन जन तक पहुँचाने का कार्य किया। उनका निधन संगठन और समाज के लिए अपूरणीय क्षति है। धनबाद के निवर्तमान महापौर चंद्रशेखर अग्रवाल ने शोक प्रकट करते हुए कहा कि प्रोफेसर दुखा भगत ने समाज में समरसता लाने और उसे शक्तिशाली बनाने के लिए पूरा जीवन समर्पित कर दिया। प्रोफेसर दुखा भगत एक कर्मठ, निष्ठावान एवं समर्पित कार्यकर्ता थे।

झारखंड अलग राज्य आंदोलन में अग्रणी भूमिका

धनबाद जिला भारतीय जनता पार्टी महानगर के अध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह ने प्रोफेसर दुखा भगत के निधन पर शोक प्रकट करते हुए कहा कि पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रोफेसर दुखा भगत के निधन की सूचना अत्यंत दुःखद है। झारखंड अलग राज्य के निर्माण में उनकी बहुत अहम भूमिका रही। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति एवं शोक संतृप्त परिवारजनों व समर्थकों को यह अपार दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रोफेसर दुखा भगत के निधन पर शोक प्रकट करने वालों में हरि प्रकाश लाटा, संजीव अग्रवाल, संजय झा, नितिन भट्ट, मानस प्रसून, मिल्टन पार्थ सारथी, अभिमन्यु कुमार, निर्मल प्रधान, राजकिशोर जेना, अमलेश सिंह, मौसम सिंह, प्रभात रंजन, किरण सिंह सहित अन्य शामिल थे।


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