धनबाद ओवरब्रिज के मुद्दे पर उलझे रहे राज सिन्हा, सदन में नहीं मिला सटीक जवाब
धनबाद शहर के मुख्य ओवरब्रिज को लेकर राज सिन्हा ने ध्यानाकर्षण में सवाल उठाया, लेकिन उन्हें सटीक जवाब नहीं मिला। गुरुवार को चर्चा तो हुई लेकिन विधायक खुद इससे संतुष्ट नजर नहीं आए।
जागरण टीम, रांची/धनबाद: धनबाद शहर के मुख्य ओवरब्रिज को लेकर राज सिन्हा ने ध्यानाकर्षण में सवाल उठाया, लेकिन उन्हें सटीक जवाब नहीं मिला। बुधवार को उठे इस सवाल पर गुरुवार को चर्चा तो हुई लेकिन विधायक खुद इससे संतुष्ट नजर नहीं आए।
विधायक ने मटकुरिया से पूजा टाकीज तक बनने वाले ओवरब्रिज पर सवाल किया था, जबकि जवाब जोड़ापोखर का आया। हालांकि, सरकार ने अपने जवाब के पक्ष में तर्क दिए और कहा कि भीड़भाड़ वाले इलाके में ब्रिज बनाना मुमकिन नहीं है। ऐसे में वैकल्पिक मार्ग पर विचार किया जा रहा है। संसदीय कार्यमंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने तैयार किए जा रहे वैकल्पिक मार्ग का नक्शा भी विधायक को उपलब्ध कराने की बात कही।
नीलकंठ मुंडा ने कहा कि जिस क्षेत्र में ओवर ब्रिज की मांग की जा रही है, वहां बहुत कुछ टूटने की आशंका है। इसलिए वैकल्पिक मार्ग पर विचार किया जा रहा है। केंद्र को इस बारे में प्रस्ताव भेजा गया है, स्वीकृति मिलने के बाद काम शुरू होगा।
राज सिन्हा सरकार के जवाब से असंतुष्ट दिखे। कहा, पूरा मामला गलत डायरेक्शन में जा रहा है। उन्होंने अधिकारियों पर भी आरोप लगाया कि कोई पदाधिकारी सर्वे नहीं करता। यह सीधे-सीधे गुमराह करने का प्रयास है। अधिकारी जमीन पर स्थिति को देखें। एक उच्चस्तरीय टीम चले, वस्तुस्थिति को देखे।
राज सिन्हा को नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन का भी साथ मिला। हेमंत ने कहा कि जब रातू रोड और कांटा टोली पर ब्रिज बनाने की दिशा में काम शुरू हो सकता है तो वहां ऐसी कौन सी दिक्कत है। सर्वे होता तो सही रास्ता निकलता। संसदीय कार्यमंत्री ने कहा कि जिन दो वैकल्पिक मार्ग की बात कही जा रही है, उनके बनने से बीच के रास्ते का भार कम हो जाएगा। राज सिन्हा की गुमराह करने वाली बात पर आपत्ति जताते हुए कहा कि इस तरह गुमराह करना कहना गलत है। मैं आपको नक्शा दे रहा हूं, स्वयं देख लें। बावजूद इसके राज सिन्हा संतुष्ट नहीं दिखे।
फूलचंद मंडल समेत धनबाद के आसपास के अन्य विधायकों ने कहा कि आज टेक्नोलॉजी एडवांस हो गई है। एक पिलर पर मेट्रो चल सकती है तो ब्रिज क्यों नहीं बन सकता। राज सिन्हा से सुझाव दिया कि धनबाद व आसपास के सभी सांसद विधायकों के साथ इस संदर्भ में बैठक कर लें। निर्भय शाहबादी ने सुझाव दिया कि एक टीम बनाकर सरकार उसे देख ले इस पर संसदीय कार्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि विभाग की एक टीम इसे देख लेगी।