Move to Jagran APP

फीस के लिए दबाव बनाने पर डीएवी जामाडोबा को डीएसई ने किया शोकॉज Dhanbad News

छात्रों ने स्कूल पर आरोप लगाया कि अभिभावकों के साथ-साथ छात्रों को भी मानसिक रूप से प्रताडि़त किया जा रहा है।हम सरकार के निर्देशानुसार शिक्षण शुल्क मासिक दर पर जमा करना चाहते हैं।

By MritunjayEdited By: Published: Sat, 01 Aug 2020 11:27 PM (IST)Updated: Sat, 01 Aug 2020 11:27 PM (IST)
फीस के लिए दबाव बनाने पर डीएवी जामाडोबा को डीएसई ने किया शोकॉज Dhanbad News
फीस के लिए दबाव बनाने पर डीएवी जामाडोबा को डीएसई ने किया शोकॉज Dhanbad News

धनबाद, जेएनएन। स्कूल फीस को लेकर टाटा डीएवी जामाडोबा के दर्जनों छात्रों ने जिला शिक्षा अधीक्षक से लिखित शिकायत की है। छात्रों ने आरोप लगाया है कि प्राचार्य झारखंड सरकार के आदेश की अवहेलना कर सभी प्रकार के शुल्क जमा करने को बाध्य कर रहे हैं। लिखित शिकायत में छात्रों ने कहा है कि स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग झारखंड सरकार के 25 जून के आदेश की अवहेलना कर दूरभाष के माध्यम से अभिभावकों से शुल्क जमा करने के लिए मानसिक रूप से प्रताडि़त किया जा रहा है। जब स्कूल का ऑनलाइन लिंक खोला गया तो उसमें पूर्व की भांति सभी प्रकार के शुल्क जमा करने की व्यवस्था है। यानी निर्देशानुसार केवल शिक्षण शुल्क मासिक दर पर जमा करने का विकल्प नहीं दिया गया है। इस संबंध में प्राचार्य से मिलकर बात की गई तो उन्होंने स्पष्ट कहा कि राज्य सरकार का आदेश हमें प्राप्त नहीं है। आप लोग को सभी प्रकार का शुल्क जमा करना होगा, नहीं तो रजिस्ट्रेशन और फार्म नहीं भरा जा सकेगा।

loksabha election banner

छात्रों ने स्कूल पर आरोप लगाया कि अभिभावकों के साथ-साथ छात्रों को भी मानसिक रूप से प्रताडि़त किया जा रहा है। छात्रों ने कहा कि हम सरकार के निर्देशानुसार शिक्षण शुल्क मासिक दर पर जमा करना चाहते हैं। छात्रोंं ने शिकायत की प्रति मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री, निदेशक, उपायुक्त, बाला संरक्षण आयोग को भी भेजी है। वहीं छात्रों के आवेदन पर जिला शिक्षा अधीक्षक इंद्र भूषण सिंह ने टाटा डीएवी स्कूल को शोकॉज करते हुए दो दिनों में इसका जवाब मांगा है। जिला शिक्षा अधीक्षक ने स्कूल प्राचार्य को लिखा है कि नरेश कुमार एवं अन्य अभिभावकों ने आवेदन कर आरोप लगाया है कि स्कूल सरकार के आदेश का अनुपालन नहीं करते हुए छात्रों व अभिभावकों से सभी प्रकार के शुल्क मांग रहा है। जबकि सरकार का स्पष्ट आदेश है कि शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए शुल्क में किसी प्रकार की कोई बढोत्तरी नहीं की जाएगी तथा विद्यालय संचालन प्रारंभ होने से पूर्व मात्र शिक्षक शुल्क मासिक दर पर लिया जाएगा। किसी भी परिस्थिति में शिक्षण शुल्क जमा नहीं करने के कारण छात्रों का नामांकन रद नहीं किया जाएगा। वहीं ऑनलाइन शिक्षक उपलब्ध कराने की पूरी जिम्मेवारी विद्यालय प्रमुख की होगी। यह आदेश सभी  निजी विद्यालय को दिया जा चुका है। आवेदन पत्र के साथ संलग्न कर निर्देश दिया जाता है कि दो दिनों के अंदर अपना स्पष्टीकरण उपलब्ध कराएं, ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके।

जो छात्र फीस जमा कर रहे हैं या जो नहीं कर रहे हैं। स्कूल ने कभी भी किसी छात्र पर शुल्क को लेकर दबाव नहीं बनाया है। कई छात्रों ने फीस नहीं दिया, बावजूद इसके उन्हें पुस्तक दिया गया है। सॉफ्टवेयर में पहले का ही शुल्क स्ट्रक्चर दिख रहा है। सॉफ्टवेयर को अपडेट किया जा रहा है। यदि किसी छात्र से फीस के अलावा किसी अन्य मद में शुल्क ले लिया गया है तो उसे समायोजित किया जाएगा।  
-पीके मिश्रा प्राचार्य, डीएवी टाटा जामाडोबा


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.