DMFT राशि के इंतजार में फाइलों में पड़ी रही जिला परिषद की विकास योजनाएं, अगले महीने समाप्त हो जाएगा कार्यकाल
50 करोड़ रूपए मिलने की संभावना को भांपकर जिला परिषद के प्रत्येक सदस्य ने अपने-अपने क्षेत्र में विकास कार्यों के संचालन के लिए योजनाओं की सूची सौंपी थी। सदस्यों को आशा जगी थी कि डीएमएफटी राशि से विकास योजनाओं का संचालन होगा।
धनबाद, जेएनएन। डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउंडेशन ट्रस्ट (District Mineral Foundation Trust) के गठन के बाद से ही धनबाद जिला परिषद को बड़ी उम्मीद थी। जिला परिषद के सदस्य उम्मीद लगाए बैठे थे कि उन्हें भी विकास कार्यों के लिए डीएमएफटी से राशि मिलेगी। छह महीने पहले डीएमएफटी की बैठा में जिला परिषद को विकास कार्यों के लिए फंड आवंटित करने का निर्णय लिया गया। योजनाएं बनीं। लेकिन आज तक राशि नहीं मिली। अब दिसंबर महीने में धनबाद जिला परिषद का कार्यकाल समाप्त हो रहा है। इससे जिला प्रशासन के प्रति सदस्यों में काफी रोष दिख रहा है।
पिछले छह माह से जिला परिषद 50 करोड़ रूपए की राशि मिलने का इंतजार कर रहा है। डीएमएफटी (डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउंडेशन ट्रस्ट)से जिला परिषद को यह राशि देने की घोषणा की गई थी। डीएमएफटी की बैठक में इस पर सहमति बनी थी। छह माह बाद भी राशि नहीं मिलने से विकास योजनाओं में ग्रहण लग गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में अाधारभूत संरचना के विकास के लिए जिला परिषद ने डीएमएफटी मद से विकास राशि की मांग की थी। जिला परिषद बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव पारित कर डीएमएफटी को भेजा गया था।
50 करोड़ रूपए मिलने की संभावना को भांपकर जिला परिषद के प्रत्येक सदस्य ने अपने-अपने क्षेत्र में विकास कार्यों के संचालन के लिए योजनाअों की सूची सौंपी थी। सदस्यों को अाशा जगी थी कि डीएमएफटी राशि से विकास योजनाअों का संचालन होगा। अापको बता दें कि जिला परिषद के वर्तमान सत्र का कार्यकाल भी जनवरी माह के पहले सप्ताह में पूरा हो रहा है। सदस्यों का कहना है कि अगर जल्द ही डीएमएफटी फंड से राशि नहीं मिलती है तो विकास योजनाअों पर काम शुरू नहीं हो पाएगा। जिला परिषद अध्यक्ष रोबिन चंद्र गोराई ने बताया कि डीएमएफटी फंड की मांग लगातार की जा रही है