दंत चिकित्सक ने की आत्महत्या, लॉकडाउन के बाद से नहीं जा रहे थे क्लीनिक Dhanbad News
गोविंदपुर निवासी धर्मेंद्र कुमार पांडेय धनबाद के धैया स्थित एक क्लीनिक में बताैर सहायक प्रैक्टिस करते थे। लॉकडाउन के बाद से ही उन्होंने क्लीनिक जाना छोड़ दिया था। वह अवसाद से ग्रसित थे। पहले भी जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास किया था।
गोविंदपुर, जेएनएन। गोविंदपुर के मां कल्याणी रोड निवासी 44 वर्षीय दंत चिकित्सक धर्मेंद्र कुमार पांडेय ने मंगलवार की दोपहर अपने घर में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। वह धनबाद के बेकारबांध स्थित एक दंत क्लीनिक में बतौर सहायक प्रैक्टिस करते थे। लॉकडाउन के बाद से ही वह क्लीनिक नहीं जा रहे थे। इससे वे अत्यधिक मानसिक तनाव में थे। फांसी लगाने से पहले भी पांडेय जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास किए थे। स्वजनों की सर्तकर्ता से उनकी जान बच गई थी। पुलिस यूडी केस दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
पत्नी गई थी बाजार इसी बीच लगा ली फांसी
मृतक की पत्नी स्मिता भारती ने पुलिस को दिए आवेदन में कहा है कि वह अपने पुत्र के साथ 11.30 बजे दिन में बाजार गई थी। घर में सिर्फ उनके पति थे। दोपहर एक बजे जब घर लौटी तो पति का शव पंखा के सहारे झूलते देखा। सहयोग के लिए चिल्लाने लगी। आवाज सुनकर पश्चिमी गोविंदपुर के मुखिया बलराम गोराई, अमरपुर के मुखिया पति गब्बर अंसारी समेत आसपास के लोग जमा हो गए। मुखिया श्री गोराईं ने इसकी सूचना पुलिस को दी।
पहले भी कई दफा आत्महत्या का कर चुके थे प्रयास
स्मिता भारती ने आवेदन में कहा है कि इसके पहले भी वह कई दफा जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास कर चुके थे। स्मिता ने यह भी लिखा है कि हम दोनों के बीच बहुत अच्छे संबंध थे। मृतक को 9 वर्षीय एक पुत्र अर्णव है। डॉ. धर्मेंद्र, बच्चा पांडेय के दो पुत्रों में छोटे थे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज भेज दिया। इस मामले में पुलिस ने यूडी केस दर्ज की है।