Dhanbad Coronavirus News Update: कोरोना से हार गए गोविंदपुर सीएचसी प्रभारी डॉ. एसएस लाल, आवास में मिले मृत
Dhanbad Coronavirus News Update कतरास पुलिस ने डॉक्टर एसएस लाल के घर का दरवाजा खोला तो देखा कि पालतू कुत्ता उनकी लाश से सट कर बैठा हुआ है। हटाने के बाद भी कुत्ता हट नहीं रहा था। घर में डॉक्टर लाल कुत्ते के साथ रहते थे।
धनबाद, जेएनएन। Dhanbad Coronavirus News Update गोविंदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर एसएस लाल की शनिवार की मौत हो गई। वे 52 साल के थे। डॉक्टर लाल कई दिनों से सीने में दर्द और कमजोरी की शिकायत कर रहे थे। उन्हें भी अंदेशा नहीं था कि कोरोना के वायरस ने उन्हें जकड़ लिया है। वे कतरास के रेलवे क्वार्टर में रहते थे। शनिवार की सुबह उनका मृत शरीर मिला। मृत्यु के बाद उनके शव की जांच की गई तो कोरोना से संक्रमित पाए गए। पहले एंटीजन रैपिड किट से जांच की गई। संक्रमित मिले तो पुष्टि के लिए ट्रूनेट जांच भी हुई। उनकी मौत से स्वास्थ्य महकमे के लोग सकते में हैं। जांच के बाद अंतिम संस्कार के लिए उनके शव को पटना ले जाया गया है। अभी तक कोयलांचल में कोरोना के वायरस ने तीन चिकित्सकों की जान ली है।
केंदुआडीह में थे, दो माह पहले मिला था प्रभार
डॉक्टर एसएस लाल पहले बाघमारा स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थापित थे। इसके बाद उन्हें केंदुआडीह स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया। सितंबर में उनकी प्रोन्नति हुई थी। इसके बाद उन्हें गोविंदपुर का प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी बनाया गया था। उनके सहयोगी चिकित्सकों की मानें तो वे लगातार सीने में दर्द और कमजोरी की शिकायत कर रहे थे। फिर भी लगातार सेवा देते रहे।
पटना में कार्यरत पत्नी से दूरभाष पर की थी बात
शुक्रवार की रात ड्यूटी से कतरास आवास पर आने के बाद डॉक्टर लाल ने पटना में बीएसएनएल में कार्यरत अपनी पत्नी से दूरभाष पर बातचीत की थी। बातचीत के बाद डॉक्टर लाल बेड पर ही लेटे रहे। उन्होंने अपने कपड़े भी नहीं बदले थे। उसी हालत में उन्होंने दम तोड़ दिया।
विशेष अनुमति से स्वजन को दिया गया शव
डॉक्टर लाल की मौत की सूचना पर पटना से उनके स्वजन आए। विशेष अनुमति से उनका शव स्वजन को दिया गया ताकि अंतिम संस्कार कर सके। उनकी एक बेटी फैशन डिजाइनर की पढ़ाई कर रही है। वह अभी मुंबई में है।
सारी रात डॉक्टर के शव के पास लेटा था कुत्ता
कतरास पुलिस ने डॉक्टर लाल के घर का दरवाजा खोला तो देखा कि पालतू कुत्ता उनकी लाश से सट कर बैठा हुआ है। हटाने के बाद भी कुत्ता हट नहीं रहा था। घर में डॉक्टर लाल कुत्ते के साथ रहते थे।
आइएमए ने मांगा मुआवजा
धनबाद में कोरोना वायरस से अब तक तीन चिकित्सकों की मौत हो चुकी है। पीएमसीएच की डॉक्टर वेणु चौधरी की मौत कोरोना से हो गई थी। जोड़ा फाटक ईएसआइ डिस्पेंसरी के डॉक्टर डीके झा की मौत हो गई थी। अब डॉक्टर एसएस लाल ने दम तोड़ा है। आइएमए के जिला सचिव डॉ सुशील कुमार ने कहा कि मृतकों के स्वजन को झारखंड सरकार की ओर से 50 लाख रुपये मुआवजा दिया जाना चाहिए। इस महामारी में लोगों के कोरोना के खतरनाक वायरस से बचाने के लिए डॉक्टर अपनी जान को दांव पर लगाए हुए हैं। डॉक्टरों के स्वजन की चिंता सरकार को करनी चाहिए।