ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह पर कांग्रेस आलाकमान ने जताया दोबारा भरोसा
धनबाद : कांग्रेस आलाकमान ने धनबाद में ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह पर भरोसा जताते हुए यहां दोबारा इन
धनबाद : कांग्रेस आलाकमान ने धनबाद में ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह पर भरोसा जताते हुए यहां दोबारा इनको जिलाध्यक्ष बनाया है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने बुधवार को झारखंड प्रदेश कांग्रेस जिलाध्यक्षों की घोषणा की गई। राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की हामी पर राष्ट्रीय महासचिव अशोक गहलोत ने रांची सिटी व रांची ग्रामीण समेत सूबे के सभी जिलों के जिलाध्यक्षों की सूची जारी की। धनबाद में जिलाध्यक्ष के अलावा दो कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाए गए हैं। निवर्तमान जिलाध्यक्ष ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह को दोबारा जिलाध्यक्ष की कमान के अलावा रवींद्र प्रसाद वर्मा और शंकर प्रजापति को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है। वैसे जिलाध्यक्ष के रहते हुए कार्यकारी अध्यक्ष का क्या महत्व रहेगा यह तो आने वाला समय ही बताएगा। बहरहाल, ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह ने दोबारा जिलाध्यक्ष बनने के बद कई महीनों से चल रही अटकलबाजी पर विराम पड़ गया है। जिलाध्यक्ष बनने के लिए रांची से लेकर दिल्ली तक लाबिंग चल रही थी। कई बड़े चेहरे दौड़ में थे। ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह के अलावा एआइसीसी सदस्य संतोष कुमार सिंह, विजय कुमार सिंह, रवींद्र वर्मा समेत कई नेता एड़ी चोटी लगाए हुए थे। दरअसल, धनबाद में जिलाध्यक्ष को लेकर बड़ा विवाद था। किसी नए को बनाने पर विवाद बढ़ने की गुंजाइश थी। ऐसे में सिंह को दोबारा कमान सौंपने की नीति अपनाई गई। प्रदेश प्रवक्ता राजेश ठाकुर, पूर्व मंत्री मन्नान मल्लिक, ओपी लाल, जोनल कोर्डिनेटर सुल्तान अहमद, अजय दुबे, एके झा, संतोष कुमार सिंह, नगर कांग्रेस के अध्यक्ष वैभव सिन्हा, अभिषेक सिंह, प्रदेश युवा कांग्रेस के उपाध्यक्ष अभिजीत राज एवं सचिव कुमार गौरव उर्फ सोनू, बिरेंद्र अंबष्ठ, अनवर शमीम, मनोज कुमार सिंह, योगेंद्र सिंह योगी, युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष कुमार संभव आदि तीनों नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को बधाई दी है।
रवींद्र वर्मा का पार्टी में बढ़ा कद : रवींद्र वर्मा को पूर्व में धनबाद का जिला पर्यवेक्षक बनाए जाने के बाद से ही जिला कांग्रेस में बदलाव की सुगबुगाहट शुरू हो गई थी। वर्मा ने कार्यकारी जिलाध्यक्ष का पद हासिल कर जिला कांग्रेस में अपना कद बढ़ाया है।
शंकर प्रजापति ने सबको चौंकाया : शंकर प्रजापति ने कार्यकारी अध्यक्ष बन सबको चौंका दिया है। दूर-दूर तक वे अध्यक्ष या कार्यकारी अध्यक्ष की रेस में नहीं थे। टुंडी जैसे ग्रामीण क्षेत्र से राजनीति करने वाले शंकर प्रजापति ने जिला कांग्रेस के बड़े-बड़े मठाधीशों को पछाड़कर कार्यकारी अध्यक्ष जैसे पद को प्राप्त किया है। इससे कांग्रेस में इनका कद बढ़ेगा।
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वर्जन
चुनावी वर्ष में पार्टी ने विश्वास जताते हुए मुझ जो भार दिया है उसके लिए राहुल गांधी, आरपीएन सिंह व डॉ. अजय कुमार को धन्यवाद है। मिले दायित्व पर खरा उतरने का प्रयास करूंगा।
-ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह, नवनिर्वाचित जिलाध्यक्ष, कांग्रेस
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पार्टी ने कार्यकारी जिलाध्यक्ष के रुप में बड़ा दायित्व सौंपा है। मुझे कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में जो भी दायित्व सौंपा जाएगा उसपर खरा उतरने का प्रयास करूंगा।
-रवींद्र वर्मा, नव निर्वाचित कार्यकारी जिलाध्यक्ष
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अगड़ों-पिछड़ों को साधने का प्रयास, एससी-एसटी व अल्पसंख्यक की उपेक्षा पर रोष
कांग्रेस आलाकमान ने धनबाद में अगड़ा व पिछड़ा वर्ग को साधने का प्रयास किया है। नई जिला कांग्रेस कमेटी में अगड़ा व पिछड़ा वर्ग दोनों को स्थान दिया है। नव नियुक्त जिलाध्यक्ष ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह अगड़ी जाति से आते हैं तो कार्यकारी अध्यक्ष रवींद्र वर्मा और शंकर प्रजापति पिछड़ी जाति से। अगले साल होने वाले लोकसभा व विधानसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी के अंदर यह समीकरण बैठाया गया है। हालांकि धनबाद में अनसूचित जाति, आदिवासी व मुसलमान की उपेक्षा पर विरोध भी शुरू हो गया है। प्रदेश कांग्रेस अनुसूचित विभाग नेता नंदलाल पासवान ने सोशल मीडिया में पोस्ट कर नाराजगी जाहिर की है। लिखा है कि जिलाध्यक्षों की सूची में अनसूचित जाति-जनजाति व मुसलमान की उपेक्षा की गई है। कार्यकारी अध्यक्ष पर भी जगह नहीं मिली है।