श्रावण में बाबानगरी की यात्रा होगी महंगी... Dhanbad से सुल्तानगंज के भाड़े में 66 प्रतिशत की होगी वृद्धि
बाबानगरी में दो साल बाद श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी।कोरोना महामारी के कारण श्रावणी मेले को स्थगित रखा गया था।14 जुलाई से श्रावण मास की शुरुआत हो जाएगी। इसके साथ ही कांवरिया सुल्तानगंज से पैदल चलकर देवघर में बाबा भोलेनाथ पर जलाभिषेक करेंगे।
जागरण संवाददाता, धनबाद : बाबानगरी में दो साल बाद श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी।कोरोना महामारी के कारण श्रावणी मेले को स्थगित रखा गया था।14 जुलाई से श्रावण मास की शुरुआत हो जाएगी। इसके साथ ही कांवरिया सुल्तानगंज से पैदल चलकर देवघर में बाबा भोलेनाथ पर जलाभिषेक करेंगे। धनबाद से भी काफी संख्या में श्रद्धालु जलाभिषेक करने सुल्तानगंज जाते हैं। श्रद्धालुओं के साथ-साथ इस बार बस संचालकों में भी खासा उत्साह देखा जा रहा है। सावन के महीने में सुल्तानगंज के लिए बसों की डिमांड बढ़ जाती है चुकी 2 वर्ष बाद मेले का आयोजन हो रहा है।
ऐसे में इस बार सुल्तानगंज जाने वाले यात्रियों की संख्या अन्य वर्षो के मुकाबले अधिक बढ़ सकती है। श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ने की संभावना को देखते हुए बस संचालकों ने सावन के महीने में प्रत्येक दिन तीन बसें तथा प्रत्येक सोमवार को पांच अतिरिक्त बसों को बढ़ाने का निर्णय किया है। बस संचालकों ने यह संकेत भी दिया है कि इस वर्ष सुल्तानगंज के किराए में 40 फीसद की बढ़ोतरी हो सकती है। पहले जहां धनबाद से सुल्तानगंज का किराया 300 रुपए निर्धारित था, वहीं इस बार यही किराया 500 रुपए तक जा सकता है। यदि यात्री वातानुकूलित बस में सफर करेंगे तो उन्हें 600 रुपए का भुगतान करना पड़ सकता है। बस ऑनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय सिंह ने बताया कि श्रावणी मेला में कांवरियों के लिए बसों की पर्याप्त व्यवस्था रहेगी। सुल्तानगंज जाने वाले श्रद्धालुओं को वापस लौटना नहीं पडे इसके लिए बसों की संख्या को बढ़ाने पर निर्णय किया गया है। किराया बढ़ाने पर संचालकों के साथ बैठक किया गया है किराए में करीब 40 फीसद तक बढ़ोतरी की जा सकती है। बताते चलें कि श्रावणी मेला में धनबाद से सुल्तानगंज के लिए प्रतिदिन 10 से 12 बसें चलाई जाती रही है।