असाधारण सफर: गोड्डा से स्कूटी से पत्नी को परीक्षा दिलाने गए थे ग्वालियर, वापसी के लिए अडानी ने भेजा हवाई टिकट
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गोड्डा [ विधु विनोद ]। गोड्डा के धनंजय कुमार हांसदा की मुश्किलें अब आसान हो गई हैं। गर्भवती पत्नी को डिलेड सेकंड इयर की परीक्षा दिलाने के लिए स्कूटी से 1176 किमी का असाधारण सफर तय किया और गोड्डा से ग्वालियर गए। उनकी कहानी दैनिक जागरण में प्रकाशित होने के बाद अडानी समूह की चेयनपर्सन प्रीति अडानी ने संवेदनशीलता दिखाई और दंपती को ग्वालियर से रांची के लिए एंडिगो एयरलायंस के दो टिकट मुहैया करा दिए।
16 सिंतबर को हवाई जहाज से होगी वापसी
ग्वालियर से मोबाइल पर धनंजय ने इसकी पुष्टि करते हुए दैनिक जागरण परिवार को शुक्रिया कहा। कहा- यह मीडिया की ही ताकत है कि उन्हें अब यहां से अपनी गर्भवती पत्नी के साथ पुन: स्कूटी से करीब 12 सौ किमी का कष्टकारी सफर तय नहीं करना पड़ेगा। पति-पत्नी 16 सितंबर को ग्वालियर से हैदराबाद होते हुए रांची आएंगे। यह भी बताया कि ग्वालियर में गोड्डा के करीब 500 परीक्षार्थी हैं जो बस से आए हैं। उनको लेकर आने वाले प्रशिक्षकों ने भरोसा दिलाया है कि उनकी स्कूटी को बस पर लाद कर गोड्डा पहुंचा देंगे।
मीडिया में छाते ही विभिन्न संगठनों ने मदद को बढ़ाया हाथ
बता दें कि बीते गुरुवार को दैनिक जागरण में धनजंय की खबर प्रमुखता से प्रकाशित हुई थी। इसके बाद विभिन्न संगठनों ने मदद के लिए हाथ बढ़ाया था। प्रीति अडानी ने भी गोड्डा में निर्माणाधीन अडानी पावर प्लांट के अधिकारियों से दंपती के बारे में विस्तृत जानकारी ली। इसके बाद कंपनी ने हवाई जहाज से ग्वालियर से रांची और रांची से कंपनी के विशेष वाहन से गोड्डा पहुंचाने का निर्देश दिया। दरअसल, 28 अगस्त को धनंजय अपनी गर्भवती पत्नी सोनी हेम्बरम को स्कूटी से डीएलएड की परीक्षा दिलाने के लिए गोड्डा से ग्वालियर के लिए निकल पड़े थे। परीक्षा केंद्र पद्मा कन्या विद्यालय था, जहां नईदुनिया के प्रतिनिधि ने उनसे बात की थी।
दिसंबर 2019 में हुई शादी
धनंजय मूल रूप से बोकारो के सेक्टर 11 की भतुआ बस्ती के रहने वाले हैं। उनके माता-पिता अब इस दुनिया में नहीं है। धनंजय महज आठवीं पास है। वह गुजरात में किसी कैटरर के यहां बावर्ची थे। रांची में उनकी मुलाकात मंदाकिनी सोरेन से हुई जो सोनी हेम्ब्रम की मौसी हैं। मंदाकिनी ने ही धनंयज और सोनी का विवाह कराया और अपना गोड्डा वाला घर देखभाल के लिए धनंजय और सोनी को दे दिया। शादी के बाद धनंजय और सोनी गंगटा मुहल्ले में रह रहे हैं। सोनी का पैतृक घर गोड्डा के ही रूपुचक गांव में है। उनके माता-पिता काफी गरीब हैं। वह अपनी मौसी के पास ही रहकर पढ़ाई-लिखाई करती थी। सोनी ने बसंतराय प्रखंड के मौलाना अबुल कलाम आजाद इंटर कॉलेज से इंटर की परीक्षा पास की।
धनंजय की पत्नी को छह माह का गर्भ
धनंजय का कहना है कि सोनी छह महीने की गर्भवती है, दिसंबर में प्रसव होने की उम्मीद है। परीक्षा देना जरूरी था। गोड्डा से बस से आने पर करीब 30 हजार रुपये का खर्चा आ रहा था। ऐसे में तय किया कि दोपहिया वाहन से ही यह सफर पूरा किया जाए। 28 अगस्त को वे गोड्डा से निकले और 30 अगस्त को ग्वालियर पहुंचे। वह तीन माह से बेरोजगार हैं। किराये के वाहन से आने-जाने पर करीब 30 हजार रुपये का खर्च आ रहा था। इससे बचने के लिए यह फैसला लिया। हालांकि खर्च के लिए पत्नी का जेवर गिरवी रखना पड़ा।