De Nobili में छात्रा के साथ याैन उत्पीड़न के बाद भड़का आक्रोश, उप प्राचार्य और क्लास टीचर निलंबित Dhanbad News
छात्रा द्वारा पुलिस को दिए गए बयान के अनुसार स्कूल में बार-बार उसकी तबियत खराब हो जाती थी। इस वजह से कई बार उसे सिक रुम में ले जाया गया। सिक रुम में नर्स उसे दवा दी थी।
धनबाद, जेएनएन। कतरास एरिया के डिनोबली स्कूल के उप प्राचार्य, क्लास टीचर तथा नर्स के खिलाफ शनिवार को चौथी कक्षा की एक आठ साल छात्रा के साथ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज हुआ है। पोक्सो एक्ट के तहत दर्ज मुकदमे में सामूहिक तौर पर यौन उत्पीडऩ का भी आरोप है। रविवार को पुलिस ने पाटलीपुत्र मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) में पीडि़ता की मेडिकल जांच कराई। प्रारंभिक जांच में यौन उत्पीडऩ के संकेत मिले हैं। हालांकि, अभी तक स्वाब समेत कुछेक और जांच रिपोर्ट आनी बाकी है। सोमवार को मेडिकल रिपोर्ट आ जाएगी। डीसी के आदेश पर कुल सात विभाग के प्रमुख डॉक्टरों को शामिल किया गया था।
पुलिस ने केस में नामजद नर्स को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। नर्स मूल रूप से सिमडेगा की रहनेवाली है। स्कूल प्रबंधन ने केस में आरोपित उप प्राचार्य, क्लास टीचर तथा नर्स को निलंबित कर दिया है। स्कूल के भीतर दुष्कर्म का मुकदमा होने के बाद उद्वेलित अभिभावकों ने सोमवार को स्कूल का घेराव करने की घोषणा की है तो स्कूल प्रबंधन ने एहतियातन दो दिन के लिए स्कूल बंद कर दिया है। घटना के विरोध में कतरास की सड़कों पर मशाल जुलूस निकाला। अभाविप ने डिनोबली प्रबंधन का पुतला दहन किया।
अस्पताल में बेहद डरी सहमी दिखी मासूमः रविवार की सुबह 11 बजे अपने परिजनों के साथ पीएमसीएच पहुंची बच्ची काफी डरी सहमी थी। हर जांच के दौरान वह अपनी मां की गोद में चिपक जाती थी। रेडियोलॉजी विभाग में एक्सरे के दौरान छात्रा अचानक घबरा जा रही थी। माता बार बार उसे हिम्मत देती रही।
मेडिकल बोर्ड में ये लोग : स्त्री व प्रसूति रोग विभागाध्यक्ष डॉक्टर प्रतिभा राय अध्यक्ष, मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉक्टर यू के ओझा, दंत रोग विभागाध्यक्ष डॉक्टर एफ आजम, फॉरेंसिक मेडिसिन एंड टेक्सोलॉजी विशेषज्ञ डॉक्टर जे राव, पैथोलॉजी विशेषज्ञ डॉक्टर गणेश कुमार, सर्जरी विशेषज्ञ डॉक्टर ए के चौरसिया और रेडियोलॉजी विशेषज्ञ डॉक्टर रुपाली कौशिक।
स्कूल में दवा खाने के बाद हो जाती थी अचेतः छात्रा द्वारा पुलिस को दिए गए बयान के अनुसार स्कूल में बार-बार उसकी तबियत खराब हो जाती थी। इस वजह से कई बार उसे सिक रुम में ले जाया गया। सिक रुम में नर्स उसे दवा दी थी। दवा खाने के बाद वह अचेत हो गई थी। सिर्फ यह अहसास हुआ था कि उसके अंडर गारमेंट में हाथ डाल कर कुछ किया गया है। और कुछ भी याद नहीं है।
छात्रा की मेडिकल जांच कराई गई है। सोमवार तक मेडिकल जांच रिपोर्ट मिल जाएगी। इसके बाद स्पष्ट हो पाएगा कि छात्रा के साथ क्या हुआ है। बच्ची का बयान लिया गया है। उसने कहा है कि दवा दी जाती थी जिससे वह बेहोश हो जाती थी। इस मसले की गहन जांच की जाएगी। जो भी दोषी होगा, उसे सजा जरूर मिलेगी।
-किशोर कौशल, एसएसपी, धनबाद
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