झरिया में डेंगू बेकाबू, दो और पहुंचे अस्पताल
धनबाद में डेंगू के इलाज की कोई व्यवस्था नहीं है। डेंगू से पीडि़त होनेवाले लोगों को बेहतर इलाज कराने धनबाद से बाहर रांची, पटना या दिल्ली के बड़े अस्पतालों में जाना पड़ रहा है।
धनबाद, जेएनएन। करीब तीन माह से झरिया में कहर ढा रही डेंगू बीमारी अब भी बेकाबू है। शनिवार को झरिया के शमशेर नगर मोहल्ले में जब स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सर्वे किया तो वहां के करीब 50 घरों में डेंगू के मच्छरों का लार्वा मिला। हालांकि उन सभी को नष्ट कर दिया गया। इस दौरान वहां डेंगू के दो संदिग्ध मरीज भी मिले जिन्हें उपचार के लिए पीएमसीएच भेजा गया है। दोनों में डेंगू जैसे लक्षण देखकर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उन्हें उपचार के लिए पीएमसीएच भेजा।
झरिया में बीते सितंबर महीने में डेंगू का पहला मरीज मिला था। इसके बाद यहां के आधा दर्जन मोहल्लों में पिछले तीन महीनों से डेंगू का प्रकोप फैला है। तीन माह की अवधि में यहां के 74 लोग तेज बुखार से पीडि़त हो चुके हैं। जांच में इनमें 24 लोगों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। डेंगू से इलाके में छह लोगों की मौत होने की भी सूचना है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ये मौतें डेंगू के कारण होने की पुष्टि नहीं कर रहा है। शनिवार को झरिया के श्मशेर नगर में डेंगू के लक्षणों से पीडि़त युवक तमजीद और महिला जाहिदा बीबी को बेहतर उपचार के लिए पीएमसीएच भेजा गया।
बेकाबू बीमारी से स्वास्थ्य विभाग हतप्रभः बरसात के मौसम में कहर बरपानेवाली डेंगू बीमारी झरिया कोयलांचल में कड़ाके की ठंड में आखिर क्यों लोगों को शिकार बना रही है। क्या है इसका कारण? स्वास्थ्य विभाग इससे हतप्रभ हैं। लगातार नए लोग बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। स्थिति को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम मुख्यालय रांची से भी झरिया पहुंची थी। इलाके का सर्वे कर कई निर्देश दिया गया था लेकिन इसके बाद भी बीमारी बेकाबू है। अब भी इलाके के लोग पीडि़त हो रहे हैं।
धनबाद में इलाज की व्यवस्था नहीं, मरीज हलकानः धनबाद में डेंगू के इलाज की कोई व्यवस्था नहीं है। डेंगू से पीडि़त होनेवाले लोगों को बेहतर इलाज कराने धनबाद से बाहर रांची, पटना या दिल्ली के बड़े अस्पतालों में जाना पड़ रहा है। वहां इलाज में भारी भरकम राशि खर्च हो रही है। यहां के डेंगू पीडि़तों को इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा पीएमसीएच रेफर कर दिया जाता है लेकिन वहां चिकित्सा और देखरेख की कोई व्यवस्था नहीं है। शुक्रवार को भी झरिया से भेजे गए दोनों संदिग्ध मरीजों को मेडिसीन वार्ड में सामान्य मरीजों के बीच रखा गया है।
झरिया में डेंगू बेकाबू होने के तीन प्रमुख कारण
1. इलाके में नियमित जलापूर्ति नहीं होती। लोग काफी दिनों तक पानी स्टोर रखते हैं। इससे डेंगू के मच्छर पनप रहे हैं।
2. डेंगू का प्रकोप होने के बावजूद मच्छर मारने के लिए नियमित फॉगिंग नहीं हो रही है। हर तीन दिन पर इलाके में फॉगिंग की आवश्यकता।
3. एसी-कूलर, फ्रीज आदि की नियमित सफाई नहीं। झरिया के घरों में ऐसे स्थानों पर भी मिल रहा डेंगू का लार्वा।
झरिया में डेंगू की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी उपाय किए जा रहे हैं। इलाके में नियमित सर्वे किया जा रहा है। अब स्थिति काफी हद तक नियंत्रण में है।
-रमेश कुमार सिंह, मलेरिया सलाहकार, धनबाद।