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निपाह वायरस के खतरे में 800 लोगों की जान

धनबाद जेल में चमगादड़ों से बंदियों को संक्रमण का खतरा है। संक्रमित चमगादड़ों के आसपास रहना भी परेशानी का कारण बन सकता है।

By Edited By: Published: Wed, 30 May 2018 06:54 AM (IST)Updated: Wed, 30 May 2018 05:33 PM (IST)
निपाह वायरस के खतरे में 800 लोगों की जान

धनबाद, जेएनएन। केरल में कहर बरपा रही बीमारी निपाह वायरस ने धनबाद जेल प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। कोयलांचल में फिलहाल इस बीमारी के संक्रमण का सर्वाधिक खतरा धनबाद जेल में ही दिख रहा है। दरअसल इस बीमारी का संक्रमरण चमगादड़ों से होता है और धनबाद जेल में इस समय बड़ी संख्या में चमगादड़ों ने डेरा डाल रखा है। वहां के पेड़-पौधे से फल खाकर जेल परिसर में गिरा देते हैं, जिसके सेवन से बंदियों में इस जानलेवा रोग का संक्रमण होने का खतरा बढ़ गया है। इस स्थिति को देखते हुए कारा के चिकित्सा पदाधिकारी ने परिसर में बंदियों को इस बीमार से जागरूक करने के लिए अभियान चलाने की सलाह दी है। साथ ही, परिसर में जगह जगह इस बाबत सूचना चिपकाने को भी कहा गया है।

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इस पर बंदियों से अपील करते हुए लिखा होगा कि वे परिसर में चमगादड़ों से दूर रहें। उनका जूठा फल किसी कीमत पर नहीं खाएं। दरअसल चमगादड़ों का जूठा फल खाने से निपाह वायरस का संक्रमण होता है। संक्रमित चमगादड़ों के आसपास रहना भी परेशानी का कारण बन सकता है। जबकि जेल परिसर में वर्षो से बड़ी संख्या में चमगादड़ों ने डेरा बना रखा है। परिसर में लगे आम, कटहल और अन्य वृक्षों को उन्होंने ठिकाना बना रखा है। इस समय आम का मौसम है पर जेल परिसर में आम के पेड़ों पर काफी फल लगे हैं।

चमगादड़ इनका भी सेवन कर जूठे फल परिसर में गिरा देते हैं। इसके सेवन से बंदियों को बचाने का निर्देश जेल के चिकित्सा पदाधिकारी ने दिया है। दरअसल यदि चमगादड़ के जूठे फल का बंदी सेवन करने लगें तो यहां भी निपाह वायरस का संक्रमण उत्पन्न होने का खतरा हो जाएगा। ऐसे में कारा के चिकित्सा पदाधिकारी ने जेल प्रशासन को बंदियों की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने की सलाह दी है।

कई प्रमुख लोग हैं यहां बंद
धनबाद मंडल कारा में इस समय करीब 800 बंदी हैं। विधायक संजीव सिंह, इकबाल खान समेत कई प्रमुख बंदी इस समय जेल में हैं। निपाह वायरस का संक्रमण होने पर प्रमुख बंदी भी चपेट में आ सकते हैं। ऐसे में सभी की सुरक्षा के लिए जेल में बंदियों की सुरक्षा के लिए आवश्यक प्रबंध करने की सिफारिश की गई है।

संक्रमित चमगादड़ों के संपर्क में आने से निपाह के संक्रमण का खतरा रहता है। इस कारण धनबाद जेल में बंदियों को चमगादड़ों के संक्रमण से बचाने के लिए सभी आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।
-डॉ. आलोक विश्वकर्मा, चिकित्सा पदाधिकारी, धनबाद जेल।


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