Damodar Valley Corporation: मैथन और पंचेत डैम से छोड़ा जा रहा पानी, पश्चिम बंगाल में बाढ़ का खतरा
Damodar Valley Corporation पश्चिम बंगाल प्रशासन द्वारा निचले हिस्से में माइकिंग कर लोगों को नदी के किनारे नहीं जाने को लेकर सूचित किया जा रहा है।
मैथन, जेएनएन। दामोदर वैली रिजयरवायर रेगुलेशन कमेटी के उप निदेशक इंद्रजीत कुमार ने मैथन व पंचेत डैम से 23 हजार क्यूसेक (क्यूबिक मीटर प्रति सेकेंड) से अधिक पानी छोड़े जाने को लेकर बंगाल सरकार के अधिकारियों को फ्लड अलर्ट जारी किया है। डीवीआरआरसी ने अगले 12 घंटे में संभावित इनफ्लो बढ़ने के कारण मैथन डैम से 23 हजार क्यूसेक पानी निचले स्तर में छोड़ने की चेतावनी दी है। इसके बाद पानी छोड़ा जा रहा है। मैथन और पंचेत डैम से पानी छोड़ने पर पश्चिम बंगाल के निचले हिस्से में बाढ़ का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए चेतावनी दी गई है।
डीवीआरआरसी ने मुख्य अभियंता मैथन, मुख्य अभियंता आईएंडडब्लूडी पश्चिम बंगाल, अधीक्षण अभियंता तेनुघाट, दुर्गापुर व आसनसोल के एडीएम को साथ थानों को भी सूचित कर दिया है। इसके बाद पश्चिम बंगाल प्रशासन द्वारा निचले हिस्से में माइकिंग कर लोगों को नदी के किनारे नहीं जाने को लेकर सूचित किया जा रहा है। मैथन और पंचेत डैम क्रमशः बराकर और दामोदर नदी पर बना हुआ है। कभी दामोदर नदी को पश्चिम बंगाल का शोक भी कहा जाता था। दामोदर और बराकर नदी का पानी पश्चिम बंगाल के झारखंड से लगे बर्दवान से लेकर हुगली जिले तक को प्रभावित करता है।
मैथन में जलस्तर 475 फीट व पंचेत का 407 फीट है। लेकिन अभी भी जलस्तर उच्चतम स्तर से काफी नीचे है। लेकिन 23 हजार क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा जाना फ्लड लेबल के अंदर आता है। फिलहाल पंचेत डैम से 11 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। अगर मैथन डैम से 12 हजार क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया तो 23 हजार क्यूसेक हो जाएगा। डीवीआरआरसी ने इस मानसून का पहला नोटिस जारी किया है।