Cyber Crime : इंटरनेट बैंकिंग चार्ज कटाैती रोकने को बताया पिन नंबर, खाते से गायब हो गए 63 हजार
अपराधियों ने 63 हजार रुपये की निकासी कर ली। मामले के बाद भुक्तभोगी ने खाता ब्लॉक कराने के लिए टोल फ्री नंबर पर फोन किया लेकिन फोन नहीं लगा।
धनबाद, जेएनएन। साइबर अपराधियों ने अपने को बैंक मैनेजर बताकर विद्युत बोर्ड के सेवानिवृत कर्मी के बैंक खाता से 63 हजार की फर्जी निकासी कर ली। घटना की शिकायत भुक्तभोगी योगेंद्र प्रसाद रजक ने साइबर थाने में की है। पुलिस छानबीन कर रही है। राजेंद्र प्रसाद रजक सरायढेला वीरकुंअर सिंह नगर में रहते हैं। भुक्तभोगी ने पुलिस को लिखित शिकायत में बताया है कि उनके मोबाइल पर अज्ञात नंबर से एक कॉल आया। फोन करने वाले शख्स ने खुद को एसबीआइ आइएसएम ब्रांच का मैनेजर बताया। फोन पर बताया गया कि बैंक में ऑडिट चल रही है। लिहाजा, उनके खाते से 800 रुपये इंटरनेट बैंकिंग की कटौती की जा रही है। जब उन्होंने कहा कि उनका इंटरनेट बैैंकिंग नहीं है। इतना कहने पर शख्स ने कहा कि तत्काल जो पैसा कटौती हो रही है। उसे बंद करने के लिए जन्म तिथि बताएं।
सेवानिवृत्त बिजलीकर्मी झांसे में आ गया। फेक कॉल पर विश्वास करते हुए उन्होंने अपना जन्म तिथि बता दिया। फिर सीक्रेट नंबर तथा पिन नंबर को एक साथ जोड़कर बताने के लिए कहा। यह भी उन्होंने बता दिया। इसके बाद उनके मोबाइल पर कई बार ओटीपी आया उस नंबर को भी पूछा गया। इसके बाद शख्स ने सोमवार को बैंक आकर केवाइसी फॉर्म भरकर जमा करने के लिए कहा। साथ ही यह भी कहा कि बैंक जल्द ही फोटोयुक्त नया एटीएम भी उन्हें देगी। इससे पूर्व भी एक बार बैंक ने कॉल कर एक फॉर्म हस्ताक्षर व आधारकार्ड नंबर लिय था। इस बार उसी चक्कर में धोखा खा गया। उनके खाते से अपराधियों ने 63 हजार रुपये की निकासी कर ली। मामले के बाद भुक्तभोगी ने खाता ब्लॉक कराने के लिए टोल फ्री नंबर पर फोन किया, लेकिन फोन नहीं लगा। तभी पुलिस के पास शिकायत लेकर पहुंचे, पुलिस ने तत्काल भुक्तभोगी के खाता से ट्रांजेक्शन रुकवाया और छानबीन शुरू की है। फिलहाल इस मामले में अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।