लोकल लिंक का पता लगा रही पुलिस, खंगाल रही सीसीटीवी फुटेज
शासनबेड़िया स्थित महादेव टीवीएस शोरूम में पांच लाख की संपत्ति की लूट की घटना का प्रत्यक्षदर्शी सिक्यूरिटी गार्ड हेमंत गोप ने बताया कि रविवार रात दो से ढाई बजे अपराधियों ने शोरूम में प्रवेश करने के बाद सर्विसिग रूम में लगे एक सीसीटीवी कैमरा को बांस से क्षतिग्रस्त कर दिया।
निरसा : शासनबेड़िया स्थित महादेव टीवीएस शोरूम में पांच लाख की संपत्ति की लूट की घटना का प्रत्यक्षदर्शी सिक्यूरिटी गार्ड हेमंत गोप ने बताया कि रविवार रात दो से ढाई बजे अपराधियों ने शोरूम में प्रवेश करने के बाद सर्विसिग रूम में लगे एक सीसीटीवी कैमरा को बांस से क्षतिग्रस्त कर दिया। दूसरे कैमरे को नोंच कर साथ लेते गए। शोरूम में जहां बाइक एवं स्कूटी खड़ी थी वहां 20 फुट की ऊंचाई पर लगा सीसीटीवी कैमरा उनकी पहुंच से बाहर था इसलिए उसे क्षतिग्रस्त नहीं कर पाए। इस कारण उन कमरों में अपराधियों की गतिविधि रिकॉर्ड हो गई। अपराधियों के धरपकड़ के लिए पुलिस शोरूम में मिले सीसीटीवी फुटेज के अलावे लखीमाता कोलियरी व आसपास की दुकानों में लगे सीसीटीवी को खंगालने में लगी है। ताकि अपराधियों तक पहुंचा जा सके। पुलिस का मानना है, लुटेरे बाइक व स्कूटी को एनएच टू होते लेकर गए होंगे। शोरूम के पीछे व अगल बगल के रास्ते कहीं भी टायर के निशान नहीं मिले हैं।
अपराधियों के मालवाहक वाहन से आने की आशंका :पुलिस व स्थानीय लोगों का मानना है कि अपराधी चार चक्का मालवाहक वाहन साथ लाए होंगे। गाड़ी को सड़क के किनारे कहीं खड़ा करके रखा होगा। शोरूम से लूटे गए सामान उसमें लाद कर ले गए होंगे। हालांकि पुलिस को खोजबीन में कहीं कोई निशान नहीं मिला है। अपराधी घटना को अंजाम देने के बाद जिस सब्बल या रॉड से दीवार को तोड़ा, उसे भी साथ लेते गए।
डॉग स्क्वायड भी नहीं दे पाया कोई सुराग: शोरूम में लूट की घटना के बाद पुलिस ने धनबाद से सीआइएसएफ का डॉग स्क्वायड मंगवाया। लुटेरे एक बोतल में कुछ पेट्रोल छोड़ गए थे। उस बोतल व सीसीटीवी कैमरा तोड़ने को उपयोग किए गए बांस डॉग को सुंघाया गया। इसके बाद डॉग शोरूम के पीछे लखीमाता कोलियरी कॉलोनी गया। इधर उधर घूमने के बाद वापस शोरूम पहुंचकर रुक गया। डॉग भी पुलिस को कोई सुराग नहीं दे पाया।
मुगमा तक मिला लूटे मोबाइल का लोकेशन: टेक्निकल सेल लूटे गए मोबाइल के सहारे लुटेरों तक पहुंचने के लिए प्रयासरत है। शोरूम से लूट गए दो मोबाइल को टेक्निकल सेल ने सर्विलांस पर डालकर पता किया। मोबाइल का अंतिम लोकेशन मुगमा मोड़ तक मिला। उसके बाद मोबाइल स्विच ऑफ मिला। इसके बाद कोई लोकेशन नहीं मिल पाया।
अपराधियों ने पूर्व से कर रखी थी शोरूम की रेकी: जिस प्रकार से शोरूम में घटना को अंजाम दिया गया उससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि अपराधियों ने अच्छे तरीके से रेकी की होगी। उन्हें पता था कि शोरूम के पीछे के दरवाजे के समीप की दाहिने हिस्से की दीवार को तोड़कर शटर को उठाने में आसानी होगी। अपराधियों ने दाहिने हिस्से की दीवार ढाई से तीन फीट काटकर अंदर प्रवेश किए। रॉड से शटर का लॉक तोड़कर सभी अंदर प्रवेश कर गए। इससे स्थानीय लिक के सहयोग की आशंका जाहिर की जा रही है।