टेंपो चालक फिरोज ने जुर्म कबूला, कोयला व्यवसायी के घर कडैती कांड का खुलासा के करीब पुलिस Dhanbad
कार्मिक नगर का छोटू शुक्ला नामक अपराधी व उसके सहयोगी शामिल थे। छोटू शुक्ला का आपराधिक रिकॉर्ड है। वह पूर्व में आर्म्स एक्ट में जेल जा चुका है।
धनबाद, जेएनएन। सरायढेला के कुसुम विहार कॉलोनी निवासी कोयला कारोबारी राजू सेठ के घर गुरुवार को हुए डकैती मामले का मास्टरमाइंड ऑटो चालक फिरोज था। पूछताछ के दौरान रविवार को उसने पुलिस के समक्ष घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली। इसके बाद पुलिस ने उसे रविवार की शाम जेल भेज दिया। हालांकि इस मामले के अन्य दो आरोपित सोनू और सुभान से अभी पूछताछ जारी है। पुलिस ने ऑटो चालक मो. फिरोज की निशानदेही पर लूटे गए कुछ गहने भी बरामद किए हैं।
पुलिस के अनुसार इसमें कार्मिक नगर का छोटू शुक्ला नामक अपराधी व उसके सहयोगी शामिल थे। छोटू शुक्ला का आपराधिक रिकॉर्ड है। वह पूर्व में आर्म्स एक्ट में जेल जा चुका है। पुलिस अब छोटू शुक्ला व घटना में शामिल उसके अन्य सहयोगियों की तलाश में जुटी है। पुलिस को संदेह है कि गुरुवार को करवाचौथ के दिन राजू सेठ की पत्नी तमन्ना व परिवार के अन्य सदस्यों को शक्ति मंदिर से वापस कुसुम विहार स्थित आवास पहुंचाने के बाद ऑटो चालक फिरोज ने छोटू शुक्ला से संपर्क कर डकैती की घटना को अंजाम देने की योजना बनाई। अपराधी छोटू शुक्ला के पाच सहयोगी भी इसमें शामिल थे। पुलिस अब इन सभी की तलाश में जुटी है। बताते चले कि शहर के सरायढेला थाना अंतर्गत कुसुम विहार कॉलोनी में गुरुवार देर रात डकैतों ने कोयला कारोबारी राजू सेठ के घर पर धावा बोलकर 5.5 लाख रुपये से अधिक की संपत्ति उड़ा ली थी। सात की संख्या में पहुंचे अपराधियों ने परिवार के सभी सदस्यों के साथ मारपीट कर उन्हे बंधक बना लिया था। राजू सेठ ने पुलिस को बताया कि गुरुवार को उनकी पत्नी ने करवाचौथ का व्रत रखा थीं। प
रिवार के सदस्यों को पूजा के लिए जोड़ाफाटक स्थित शक्ति मंदिर जाना था। इसके लिए उन्होंने अपने पूर्व परिचित भिश्तीपाड़ा निवासी सुभान नामक ऑटो चालक को फोन किया। ऑटो चालक ने बताया कि अभी वह जाने में असमर्थ है, लेकिन वह अपने एक साथी को भेज रहा है। इसके बाद वासेपुर निवासी मो. सोनू ने उन्हें फोन कर घर आने का पता पूछा। इसके थोड़ी देर बाद ही आरामोड़ निवासी मो. फिरोज कुसुम विहार स्थित राजू सेठ के आवास पर पहुंचा। परिवार के सभी सदस्य उसके ऑटो में सवार होकर शक्ति मंदिर के लिए निकल गये, जबकि राजू सेठ घर में ही रहे। तमन्ना सेठ के अनुसार ऑटो के रांगाटाड़ पहुंचने पर मो. सोनू ऑटो में सवार हो गया। देर शाम लगभग 8:30 बजे सभी सदस्य पूजा पाठ कर उसी ऑटो से वापस लौट आए। परिवार के सदस्यों के अनुसार ऑटो का चालक फिरोज की नजर उनके गहनों पर थी।