आसनसोल से धनबाद होते हुए ही बिष्णुगढ़ गया था कोरोना पॉजिटिव, जिस रास्ते गुजरा उधर अब डर का आलम Dhanbad News
आसनसोल से बिष्णुगढ़ जाने वाल व्यक्ति के कोरोना जांच में पॉजिटिव मिलने और यह सूचना सार्वजनिक होने के बाद आसनसोल से लेकर बिष्णुगढ़ तक दहशत और खौफ का आलम है।
धनबाद, जेएनएन। झारखंड में कोरोना पॉजिटिव का जो दूसरा मरीज मिला है वह प. बंगाल के आसनसोल से धनबाद होते हुए ही हजारीबाग जिले के बिष्णुगढ़ स्थित अपने घर गया था। वह लॉकडाउन के बाद आसनसोल से ई-रिक्शा पर सवार होकर बराकर तक आया। उसके साथ ललपनिया (गोमिया, बोकारो) का भी एक व्यक्ति था। इसके बाद चिरकुंडा सीमा से झारखंड में प्रवेश कर दोनों पैदल ही चल दिए। आगे जाने पर बनारस जा रहे एक ट्रक पर सवार हो गए। ट्रक पर 30 से ज्यादा लोग सवार थे। दोनों जीटी रोड पर बगोदर के पास उतर गए। यहां पहले से ही कोरोना पॉजीटिव को बेटा बाइक लेकर इंतजार कर रहा था। फिर बाइक पर सवार होकर बिष्णुगढ़ स्थित अपने घर पहुंचा।
आसनसोल से बिष्णुगढ़ जाने वाल व्यक्ति के कोरोना जांच में पॉजिटिव मिलने और यह सूचना सार्वजनिक होने के बाद आसनसोल से लेकर बिष्णुगढ़ तक दहशत और खौफ का आलम है। वह आसनसोल से बराकर, चिरकुंडा, निरसा, गोविंदपुर, तोपचांची, डुमरी होते हुए बगोदर पहुंचा। करीब 150 किलोमीटर के सफर में कोरोना पॉजिटिव मरीज न जाने कितने लोगों के संपर्क में आया। जाहिर है जिन-जिन लोगों के संपर्क में आया होगा उनतक कोरोना वायरस के पहुंचने की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता है।
झारखंड में कोरोना वायरस का दूसरा पॉजिटिव केस मिला है। स्वास्थ्य विभाग के सचिव डॉ. नितिन मदन कुलकर्णी व रिम्स प्रबंधन ने गुरुवार की शाम इसकी पुष्टि की है। संक्रमित मरीज की उम्र 52 साल है, जो हजारीबाग जिले के विष्णुगढ़ थाना क्षेत्र का रहने वाला है। वह आसनसोल में एक फैक्ट्री में काम करता था। लॉक डाउन के बाद वह 29 मार्च को वह हजारीबाग स्थित अपने घर लौटा। आशंका जताई जा रही है कि अधेड़ को कोरोना का संक्रमण वहीं हुआ है। घर पहुंचने के बाद उसकी तबीयत बिगड़ी और वह जांच के लिए विष्णुगढ़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा। वहां से कोरोना के लक्षण दिखने पर उसे तत्काल हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर किया गया। 31 मार्च को जांच के लिए सैंपल रांची भेजा गया था। वहीं संक्रमण की पुष्टि होने के बाद परिवार के सभी सदस्यों का सैंपल लिया जा रहा है। रिम्स में बुधवार देर रात जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद एनआइवी पुणे से परामर्श लिया गया। वहां से कंफर्मेशन के बाद रिम्स प्रबंधन ने इसकी आधिकारिक पुष्टि की। रिम्स के वरीय चिकित्सकों ने बताया कि संक्रमित मरीज को हजारीबाग के सदर अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। मरीज को एंबुलेंस भेजकर रिम्स मंगाया जाएगा। यहां ट्रॉमा सेंटर में बने आइसोलेशन वार्ड में उसका इलाज किया जाएगा।