श्राद्ध विवाद में कांग्रेस नेता ने दिखाई सत्ता की ताकत, वृद्ध को स्कॉर्पियो से कुचलकर मार डाला Dhanbad News
सुधीर महतो ने कहा कि उसकी मां की पिटाई करने बाद हमलावर घर से निकालकर सड़क पर लाए और उसपर स्कार्पियों चढ़ा दिया। नकल उसको लेकर स्वजन निचितपुर क्लीनिक गए जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। इस घटना को लेकर तनाव है।
कतरास, जेएनएन। कतरास थाना अंतर्गत तिलाटांड़ महतो टोला में बुधवार की शाम दो पक्षों के बीच जमकर मारपीट हुई। लाठी डंडा हाकी स्टीक व घातक हथियार का खुलकर प्रयोग हुआ। पूरे मोहल्ले में कोहराम सा मच गया। एक पक्ष के समर्थन में स्थानीय लोगों के अलावा बरवाअड्डा के कांग्रेस नेता उमाचरण महतो के साथ तीन चार स्कार्पियों पर सवार होकर लोगआए थे, जो घटना को अंजाम देने बाद भागने में सफल रहे। इस घटना में 63 वर्षीय महिला भलिया देवी की मौत हो गयी जबकि उसका पुत्र प्रदीप महतो, सुधीर महतो के अलावा परिवार के अजय कुमार, विजय कुमार, देवंती देवी को चोट आई है। बीच बचाव करने आए विष्णु मिश्रा को चोट लगी है। दूसरे पक्ष के जीतू महतो को भी चोट आने की बात सामने आई है। घटना के विरोध में शव को लेकर स्वजन कतरास बाजार श्यामडीह पथ पर बैठ गए। वे हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे।
16 हिरासत में
कतरास थानेदार रास बिहारी लाल के नेतृत्व में पुलिस बल ने कार्रवाई शुरु की और आरोपित लोगों को ढुंढकर घर से निकाला। कुल 16 लोगों को हिरासत में लिया। जिसमें 11 पुरुष व 5 महिलाएं शामिल हैं। पुलिस ने मौके से 8 मोटर साइकिल जब्त कर थाना ले गयी। आरोप था कि ये मोटर साइकिल हमलावरों की है। 16 लोगों को हिरासत में लिए जाने तथा अन्य की गिरफ्तारी शीघ्र किए जाने के आश्वासन के बाद रात साढे दस बजे जाम हटाा। कतरास थाना के अलावा रामकनाली, अंगारपथरा पुलिस के अलावा धनबाद से महिला पुलिस मौके पर आई थी। भलिया देवी के पुत्र सुधीर महतो ने बताया कि हमलावरों ने बेरहमी से पिटाई करने के बाद मां पर स्कार्पियों चढ़ा दिया, जिसमें उसने दम तोड़ दिया। विधायक ढुलू महतो मौके पर पहुंचे घटना के बारे में जानकारी लिया।
क्या है मामला
नकुल महतो की मां की मौत को लेकर बुधवार को श्राद्ध कार्यक्रम आयोजित था। पड़ोसी सुधीर महतो के घर के दरवाजा से कुछ फासले पर ब्राहमण को भोजन कराने के साफ सफाई की जा रही थी। जिसको लेकर सुबह करीब दस बजे सुधीर महतो एवं उसके परिवार के लोगों ने आपत्ति जताया। उनका कहना था कि जहां समाज के सभी लोगों का आयोजन होता है, वहीं ब्राह्मण भोजन कराएं। मेरे घर के सामने नही कराएं। इसको लेकर दोनों पक्षों के बीच हल्की नोक झोंक हुई थी। लेकिन दूसरा पक्ष वहीं भोजन कराने पर अडिग था। दोपहर में सुधीर के घर के सामने ही भोजन कराए जाने लगा। जिसको लेकर दोनों पक्ष के बीच पुन: विवाद उत्पन्न हो गया और मारपीट शुरु हो गयी। देखते हीं देखते लाठी डंडा चलने लगा। गांव के प्रबुद्धजनों के हस्तक्षेप और पुलिस की सख्ती से माहौल शांत हुआ। दोपहर की मारपीट की घटना में सुधीर महतो व उसकी पत्नी देवंती देवी तथा दसरे पक्ष के जीतू महतो को चोट आई।
दोनों पक्षों ने दर्ज कराई प्राथमिकी
दोनों पक्ष थाना पहुंचा और एक दूसरे के खिलाफ लिखित शिकायत देकर कार्रवाई की मांग किया। शाम करीब पांच बजे थाना से लौट कर सुधीर व प्रदीप अपने घर पहुंचे थे, कि तीन चार स्कार्पियो व बाईक पर सवार लोग वहां आ धमके। वहां आते हीं लाठी डंडा हाकी स्टीक से मारपीट शुरु किया। सड़क से लेकर घर तक मारपीट किया। सुधीर ने कहा कि उसकी मां की पिटाई करने बाद हमलावर घर से निकालकर सड़क पर लाए और उसपर स्कार्पियों चढ़ा दिया। नकल उसको लेकर स्वजन निचितपुर क्लीनिक गए, जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस के समक्ष सुधीर ने हमलावरों में सुनील महतो, महरु महतो, नकुल महतो आदि के अलावा बरवाअड्डा से आए लोगों का नाम बताया। उसने कहा कि बरवाअड्डा से बुलाकर सुनियोजित ढंग से हमला कराया गया।