कोल कंपनियों में प्रशिक्षिण के बाद नौकरी की उम्मीद ना रखें... कोयला मंत्री बोले- ऐसा कोई नियम ही नहीं है!
कोल इंडिया की अनुषंगी इकाइयों में आपने अगर प्रशिक्षण लिया है तो नौकरी की उम्मीद न पालें। प्रशिक्षित अभ्यर्थियों को नौकरी देने का कंपनी में कोई नियम ही नहीं है। खुद कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने लोकसभा में यह जानकारी दी है।
जागरण संवाददाता, धनबाद: कोल इंडिया की अनुषंगी इकाइयों में आपने अगर प्रशिक्षण लिया है तो नौकरी की उम्मीद न पालें। प्रशिक्षित अभ्यर्थियों को नौकरी देने का कंपनी में कोई नियम ही नहीं है। खुद कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने लोकसभा में यह जानकारी दी है।
मानसून सत्र में लोकसभा में सरकार से कोल इंडिया से प्रशिक्षित प्रशिक्षुओं को रोजगार उपलब्ध कराने संबंधी योजना को लेकर सवाल पूछा गया था। इस पर मंत्री ने कहा कि कोल इंडिया की अनुषांगिक कोयला कंपनियों में प्रशिक्षुओं को नौकरी देने का कोई नियम नहीं है। मालूम हो कि धनबाद स्थित भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) में प्रशिक्षित अभ्यर्थियों ने रोजगार को लेकर लंबे समय तक कोयला भवन गेट पर धरना दिया था।
इधर, मंत्री ने रोजगार की आस लगाए बैठे अभ्यर्थियों की उम्मीदों पर पानी फेरते हुए कहा कि कोल इंडिया और इसकी सहायक कंपनियां प्रशिक्षुओं को अपने कौशल और रोजगार क्षमता को बढ़ाने के लिए बुनियादी और व्यावहारिक प्रशिक्षण देती है। प्रशिक्षुओं को रोजगार उपलब्ध कराने का कोई प्रावधान नहीं है। सरकार द्वारा संचालित पोर्टल जैसे एनएटी, एनएपी आदि के माध्यम से प्रशिक्षु अनुबंधित किए जाते हैं, लेकिन प्रशिक्षण के बाद प्रशिक्षुओं की स्थिति पर नजर नहीं रखी जाती है।
2021-22 में इतने लोगों को मिला प्रशिक्षण
- बीसीसीएल- 1144
- सीसीएल- 1231
- ईसीएल- 1450
- डब्ल्यूसीएल- 1459
- एमसीएल- 1270
- एनसीएल- 1110
- एसईसीएल- 450
- सीएमपीडीआईएल- 181
- कुल- 8295
कोल इंडिया में ठेका मजदूरों की संख्या 89 हजार से हुई अधिक
कोल इंडिया और उसकी अनुषांगिक कंपनियों में ठेका कामगारों की संख्या 89 हजार 79 हो चुकी है। एक जुलाई, 2022 की स्थिति में ज्यादातर ठेका कामगार खनन और परिवहन के कार्य में नियोजित हैं।
कोयला मंत्री ने बताया कि मुख्या रूप से आउटसोर्सिंग पर जोर है। कोल इंडिया द्वारा परिकल्पित उच्च उत्पादन को देखते हुए और अधिक कर्मचारियों की आवश्यकता होगी। कोल इंडिया और इसकी सहायक कंपनियां दोनों के स्तर पर अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए मैनपावर बजट तैयार किया जाता है। आउटसोर्सिंग के माध्यम से संविदा कर्मियों की बड़े पैमाने पर नियुक्ति होती है।
ठेका कामगारों की संख्या (01 जुलाई, 2022 तक):
बीसीसीएल- 6,110
सीसीएल- 6,461
ईसीएल – 7,045
डब्ल्यूसीएल- 11,107
एसईसीएल- 14,912
एनईसी- 369
एमसीएल- 21,590
एनसीएल- 20,265
सीएमपीडीआई- 908
सीआईएल - 312
कुल – 89,079