पावर प्लांटों में कोयला संकट, बढ़ाएं डिस्पैच : गोयल
धनबाद : कोयला सह रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को वीडियो कांफ्रेसिंग कहा कि कोयला की क
धनबाद : कोयला सह रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को वीडियो कांफ्रेसिंग कहा कि कोयला की कमी के कारण देश के कई पावर प्लाट क्रिटिकल स्थिति में हैं और शट डाउन का खतरा बढ़ता जा रहा है। दक्षिण भारत के दो प्लांट बंद हो गए हैं। डीवीसी के प्लाटों में भी कोयले की कमी है। इसे दूर करने के लिए कोल कंपनियां व रेलवे कोयला डिस्पैच की रफ्तार बढ़ाएं। जिसे तुंरत दूर करने की जरूरत है। कोयला, रेल, पावर कंपनियों के अधिकारियों के साथ गोयल की यह वीडियो कांफ्रेंसिंग अपराह्न डेढ़ बजे से शाम सात बजे तक चली।
मंत्री ने कहा कि कोल इंडिया के पास कोयले का पर्याप्त भंडार है। डिस्पैच की गति बढ़ाने से कोयले की कमी नहीं होगी। कोल इंडिया को रोजाना 300 रैक कोयला डिस्पैच करने का निर्देश दिया गया। फिलहाल 200 से भी कम रैक का डिस्पैच हो रहा है। बीसीसीएल को अगले माह से रोजाना 20 की जगह 24 रैक कोयला डिस्पैच करने का निर्देश दिया गया।
कोल कंपनियों की समीक्षा : मंत्री ने हर कंपनी की अलग-अलग प्रोजेक्ट स्तरीय समीक्षा की। कोयला उत्पादन लक्ष्य व गुणवत्तायुक्त डिस्पैच पर जोर दिया गया। बीसीसीएल को चालू वित्तीय वर्ष में 42.5 मिलियन उत्पादन व 44.5 मिलियन डिस्पैच करना है।
बैठक में कोयला सचिव डॉ. इंद्रजीत सिंह, कोल इंडिया चेयरमैन एके झा, डीटी विनय दयाल, डीपी आरपी श्रीवास्तव, निदेशक क्रय एसएन प्रसाद, बीसीसीएल सीएमडी अजय कुमार सिंह, ईसीएल सीएमडी पीएस मिश्रा, बीसीसीएल डीटी देवल गांगुली, डीटी एनके त्रिपाठी, डीपी आरएस महापात्रा सहित सीसीएल, डब्ल्यूसीएल, एनटीपीसी, सिंग्रेनी सहित अन्य कंपनियों के प्रमुख व डीटी मौजूद थे।