India Lockdown: शीशे की तरह साफ हुआ गगन, वासेपुर की छतों से पारसनाथ की पहाड़ियों का हो रहा दीदार
कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए घोषित लॉक डाउन का कुछ सकारात्मक परिणाम भी दिखने लगा है। कल कारखाने बंद होने वाहनों के कम चलने की वजह से धूल-धुआं से लोगों को निजात मिली है।
वासेपुर, जेएनएन। कोरोना वायरस के संक्रमण के चेन को तोड़ने के लिए 21 दिन का Lockdown चल रहा है। 11 दिन गुजर चुके हैं। इसका साफ असर धनबाद के वासेपुर में दिख रहा है। कोलियरी और कोयले के कारण धनबाद का आसमान हमेशा काला दिखता था। एक-दो किमोटर दूर की चीजें भी साफ नहीं दिखती है। इस परिदृश्य में अभूतपूर्व बदलाया आया है। धनबाद का आसमान साफ हो गया है। गगन शीशे की तरह साफ दिखता है। नतीजतन, अब नंगी आंखों से भी दूर-दूर तक साफ दिख रहा है।
कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए घोषित लॉक डाउन का कुछ सकारात्मक परिणाम भी दिखने लगा है। कल कारखाने बंद होने, वाहनों के कम चलने की वजह से धूल-धुआं से लोगों को निजात मिली है। वातावरण साफ दिखने लगा है। आसमान पहले से अधिक स्वच्छ व नीला दिख रहा है। शोर कम होने से ध्वनि प्रदूषण भी कम होने लगा है। आलम यह है कि बारिश के बाद भी धूल-धुआं से भरे आसमान में तोपचांची का पहाड़ नहीं दिखता था। वहीं अब वासेपुर से पारसनाथ का पहाड़ साफ-साफ देखा जा सकता है। धनबाद से पासरनाथ की दूरी करबी 50 किलोमीटर है। वासेपुर की छतों से पारसनाथ पहाड़ियों की श्रृंखला साफ-साफ दिखाई दे रही हैं।
बड़े बुजुर्गों के मुताबिक पहले पारसनाथ पहाड़ के ऊपर के मंदिर की झलक भी यहां से दिखती थी। संभव है कुछ दिनों बाद वह फिर दिखने लगे। इस लॉक डाउन ने और कुछ किया न किया पर प्रदूषण के गहरे असर से सबको वाकिफ करा दिया है। लोगों को भविष्य में इसे देखते हुए अपनी दिनचर्या बदलनी चाहिए वरना इस लंबी परेशानी का कोई मतलब नहीं रह जाएगा।