जानिए; किसके लिए रोकी गई कोयले की ई-नीलामी, क्यों हो रहा कोयला मंत्री का विरोध
कोयला मंत्रालय के नए आदेश का असर धनबाद कोयलांचल की कोयला मंडियों पर देखने को मिल रहा है। इसे लेकर कोयला व्यापारी खासे नाराज हैं।
धनबाद, जेएनएन। देश भर के पावर प्लांटों में मांग के अनुसार कोयले की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कोयला मंत्रालय ने महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। गैर पावर सेक्टर के लिए कोयले की ई-नीलामी पर रोक लगा दी गई है। मंत्रालय का यह आदेश उन सभी कोयला कंपनियों पर लागू होगा जहां उत्पादन कम है। हालांकि लक्ष्य से अधिक उत्पादन करने वाली कोयला कंपनियां सीमित मात्रा में ई-नीलामी कर सकती है। इस आदेश का अनुपालन बिजली कंपनियों में कोयले की कमी दूर होने तक होता रहेगा।
दूर होगा बिजली संकटः इस समय देश के ज्यादातर पावर प्लांट कोयले की समस्या से जूझ रहे हैं। कोयले की कमी के कारण पावर प्लांट अपनी क्षमता के अनुसार बिजली का उत्पादन नहीं कर पा रहे हैं। नतीजतन, देश के कुछ इलाकों में बिजली संकट है। बिजली को दूर करने के लिए केंद्र सरकार ने पावर प्लांटों में मांग के अनुसार कोयले की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए हैं।
कोयला कंपनियों को होगा घाटाः कोयला मंत्रालय के नए आदेश का असर धनबाद कोयलांचल की कोयला मंडियों पर देखने को मिल रहा है। इसे लेकर कोयला व्यापारी खासे नाराज हैं। व्यापारियों के अनुसार बीसीसीएल में कोयला है ही नहीं, इसलिए ऑफर नहीं दिया गया। सिर्फ कोयले का स्टॉक कागज पर है। कंपनी हर महीने औसतन दो लाख टन कोयले का ऑफर ई-नीलामी में देती है। अक्टूबर में ऑफर नहीं दिया गया। ई-ऑक्शन का कोयला नोटिफाइड प्राइस(अधिसूचित दर) से कम से कम 15 प्रतिशत अधिक पर ऑक्शन होता है। ई-नीलामी से कोयला कंपनियों की आय पर भी खासा असर पड़ेगा।
असंगठित मजदूर विरोध पर उतारूः ई-नीलामी नहीं होने से स्थानीय स्तर पर कोयला आधारित उद्योग-धंधे प्रभावित होंगे। लोडिंग मजदूर के समक्ष बेरोजगारी का संकट आ खड़ा होगा। इसे लेकर असंगठित मजदूर आक्रोशित हैं। आक्रोशित असंगठित मजदूरों द्वारा कहीं कोयला मंत्री का पुतला जलाया जा रहा हेै तो कहीं प्रदर्शन किया जा रहा है। कोयले की ई-नीलामी नहीं होने से आक्रोशित असंगठित मजदूरों ने शनिवार को निचितपुर कोलियरी डम्प के समीप कोयला मंत्री पीयूष गोयल का पुतला जलाया और जोरदार प्रदर्शन किया। आंदोलनकारी असंगठित मजदूरों ने कोयला मंत्री व कोल इंडिया प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि कोयले की ई-नीलामी नहीं होने से लोकल सेल के तहत ट्रको में कोयला लदाई करने वाले असंगठित मजदूरों के समक्ष रोजी रोटी की बड़ी समस्या उत्पन्न हो जायेगी। वक्ताओ ने कहा कि सरकार और कोल इंडिया प्रबंधन रोड सेल के तहत कोयला उठाव के लिए ई-नीलामी कराएं अन्यथा जोरदार आंदोलन किया जाएगा।