MP की सत्ता में आते ही शिवराज ने कोयलांचल की कलेक्टर बेटी को पद से हटाया, भाजपा नेता को जड़ा था थप्पड़ Dhanbad News
धनबाद जिले के सिंदरी की रहने वाली निधि निवेदिता वही अधिकारी हैं जिन्होंने 19 जनवरी को सीएए के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे भाजपा नेता को थप्पड़ मारा था।
धनबाद, जेएनएन। मध्यप्रेदश के राजगढ़ में नागरिकता कानून (CAA) के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे भाजपा नेता को थप्पड़ जड़ने वाली कलेक्टर पर शिवराज सरकार ने सत्ता में आते ही कार्रवाई की। आइएएस अधिकारी निधि निवेदिता को पद से हटा दिया गया है। निधि मूल रूप से धनबाद जिले के सिंदरी की रहने वाली है। निधि वही अधिकारी हैं, जिन्होंने जनवरी में सीएए के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे भाजपा नेता को थप्पड़ मारा था। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था।
दरअसल, नागरिक कानून के पक्ष में राजगढ़ में भाजपा नेता व कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे थे। इसी दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं व कलेक्टर में झड़प हो गई, जिसके बाद भाजपा नेता को अधिकारी ने थप्पड़ जड़ दिया था। यही कारण रहा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद मंगलवार को शिवराज सिंह चौहान ने सबसे पहले जो कुछ फैसले लिये, उसमें निवेदिता को हटाया जाना भी शामिल था।
गौरतलब है कि वर्ष 2012 बैच की आइएएस अधिकारी निधि निवेदिता झारखंड के सिंदरी की रहने वाली हैं। उनकी पहली पोस्टिंग मध्यप्रदेश के झाबुआ में बतौर असिस्टेंट कलेक्टर हुई थी। वह एकीकृत बाल विकास योजना की प्रोजेक्ट डायरेक्टर और इंदौर की एडीशनल कलेक्टर रह चुकी हैं। सिंगरौली जिले में जिला पंचायत के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) के रूप में भी काम कर चुकी हैं। सीइओ के रूप में उन्होंने शौचालय निर्माण में गड़बड़ी सामने आने पर भ्रष्टाचार में लिप्त पंचायत सचिव से उठक-बैठक करवायी थी।
थप्पड़ कांड़ का पूरा मामला :
- राजगढ़ जिले के ब्यावरा में भाजपा नेता और कार्यकर्ता नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के समर्थन में 19 जनवरी को रैली निकाल रहे थे। तभी भाजपा कार्यकर्ताओं की कलेक्टर निधि निवेदिता से झड़प हो गई थी। कलेक्टर ने प्रदर्शनकारियों से ब्यावरा के कुछ इलाकों में धारा 144 लागू होने का हवाला दिया, जिससे आक्रोशित भाजपा कार्यकर्ता नारेबाजी करने लगे। इससे नाराज कलेक्टर निधि निवेदिता ने भाजपा जिला मीडिया प्रभारी रवि बड़ोने को थप्पड़ मार दिया। इसके बाद भी जब भीड़ ने नारेबाजी कम नहीं की तो कलेक्टर ने एक पुलिसकर्मी का डंडा ले लिया व भीड़ को धक्का देने लगी।
- कलेक्टर ने रैली की अगुवाई करते हुए तिरंगा लेकर चल रहे राजगढ़ के पूर्व विधायक अमरसिंह यादव के साथ भी धक्का-मुक्की की। कलेक्टर को एक्शन में देखकर डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा ने भी भीड़ से लोगों को पकड़कर पुलिस को सौंपने लगी। तभी उनके साथ भीड़ ने अभद्रता कर दी। जिसके बाद स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इस कार्रवाई में कई भाजपा कार्यकर्ता घायल हो गए।
- इस घटना के बाद राज्य की सियासत गर्मा गई थी। तब के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने तत्कालिन मुख्यमंत्री कमल नाथ से कलेक्टर के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी। भाजपा ने जहां इस घटना को लोकतंत्र का काला दिन कहा था। वहीं, कांग्रेस ने अधिकारियों के कार्य की सराहना की थी और उनकी बहादुरी पर गर्व जताया था।
- भाजपा नेता को थप्पड़ मारने के मामले में निवेदिता ने बाद में मीडिया को अपनी सफाई भी दी थी। उन्होंने कहा था कि भीड़ ने उनके साथ अभद्रता की थी। किसी ने उनकी पीठ पर लात मारी थी।