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बंद डीसी लाइन पर ही पुनर्विचार, वैकल्पिक योजना खारिज

धनबाद-चंद्रपुरा रेललाइन के वैकल्पिक रूट के तौर पर धनबाद-निचितपुर-टुंडू के बीच 600 करोड़ से बिछाई जानेवाली 20 किलोमीटर लंबी रेललाइन परियोजना को रेल महाप्रबंधक ललित चंद्र त्रिवेदी ने खारिज कर दिया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 22 Jul 2018 11:21 AM (IST)Updated: Sun, 22 Jul 2018 11:27 AM (IST)
बंद डीसी लाइन पर ही पुनर्विचार, वैकल्पिक योजना खारिज

जागरण संवाददाता, धनबाद: धनबाद-चंद्रपुरा रेललाइन के वैकल्पिक रूट के तौर पर धनबाद-निचितपुर-टुंडू के बीच 600 करोड़ से बिछाई जानेवाली 20 किलोमीटर लंबी रेललाइन परियोजना को रेल महाप्रबंधक ललित चंद्र त्रिवेदी ने खारिज कर दिया।

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उन्होंने कहा कि नई रेललाइन बिछाने के बजाय मौजूदा धनबाद-चंद्रपुरा रेललाइन पर रेल परिचालन मुमकिन है या नहीं, इसका अध्ययन होगा और उसकी विस्तृत रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को सौंपी जाएगी। उन्होंने कहा कि डीसी लाइन के नीचे से कोयला खनन की कोई योजना नहीं है। जमीन बीसीसीएल को नहीं दी जाएगी।

धनबाद दौरे पर आए जीएम ने कहा कि अब तक रेलवे और बीसीसीएल अपने-अपने स्तर पर अलग-अलग निरीक्षण कर रहे थे। रेलवे बोर्ड के आदेश पर पहली बार रेलवे और बीसीसीएल का संयुक्त निरीक्षण हुआ है। भूमिगत आग से जुड़ी रिपोर्ट का भी अध्ययन किया गया है। राइट्स के प्रतिनिधियों से भी बातचीत की गई है। मौजूदा नक्शे का भी अवलोकन किया गया है। अब रेल मुख्यालय के सिग्नल, टै्रक, ऑपरेटिंग सहित अन्य विभाग व विशेषज्ञों के साथ बैठक कर निष्कर्ष निकाला जाएगा। संबंधित रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को भेजी जाएगी।

टुंडू तक प्रस्तावित वैकल्पिक रूट पर रेलवे टै्रक निर्माण न होने से जुड़े सवाल पर कहा कि निचितपुर से टुंडू के बीच लगभग 500-600 मीटर डाइक (चट्टाननुमा कोयले) के बाद लगभग उतना ही बंद भूमिगत खदान है। भूमिगत खदान के ऊपर से रेललाइन का निर्माण तकनीकी रूप से मुमकिन नहीं है। मौके पर डीआरएम अनिल कुमार मिश्रा, सीनियर डीसीएम आशीष कुमार झा व बीसीसीएल सीएमडी अजय कुमार सिंह उपस्थित थे।

कतरास से रांची व धनबाद के लिए शुरू होगी रेल सेवा: जीएम त्रिवेदी ने कहा कि धनबाद-चंद्रपुरा रेललाइन बंद होने का सबसे अधिक प्रभाव कतरास पर पड़ा है। वहां की बड़ी आबादी को रेल नेटवर्क से जोड़ने के लिए कतरास-निचितपुर लिंक लाइन पर यात्री ट्रेन परिचालन की संभावना तलाशी जाएगी।

उन्होंने कहा कि कतरास-निचितपुर लिंक लाइन पर वर्तमान में मालगाड़ी का परिचालन होता है। मौजूदा लाइन यात्री ट्रेन के लिए अनफिट है। उस पर यात्री ट्रेनों का परिचालन शुरू करने के लिए कमिश्नर ऑफ रेल सेफ्टी (सीआरएस) से निरीक्षण कराया जाएगा। सीआरएस की हरी झंडी मिल गई तो उस रूट से यात्री ट्रेनें चलेंगी जिससे कतरास से रांची और धनबाद रेल नेटवर्क से जुड़ जाएगा।

डीसी लाइन बंद नहीं कराना चाहती बीसीसीएल: रेल जीएम के प्रेस कांफ्रेंस में मौजूद बीसीसीएल सीएमडी अजय कुमार सिंह ने कहा कि बीसीसीएल धनबाद-चंद्रपुरा रेललाइन बंद नहीं कराना चाहती है। कंपनी की कभी भी यह मंशा नहीं रही कि लाखों यात्रियों की परिवहन सुविधा को छीन कर कोयला निकासी के लिए जमीन ले ली जाए।

उन्होंने कहा कि बीसीसीएल पर यह सवाल उठते रहे हैं कि झरिया रेल लाइन की जमीन ले ली पर खनन नहीं हुआ। इसका कारण है कि वहां अतिक्रमण हो चुका है। रेलवे और प्रशासन की मदद मिले तो वहां भी खान कार्य शुरू हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि बांसजोड़ा, गोविंदपुर साइडिंग सहित चार ऐसे साइट हैं जहां खान कार्य चल रहे हैं।


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