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Conversion in Belgaria: ईसाई मिशनरियों ने भी माना बेलगढ़िया में हुआ धर्मांतरण, इसके पीछे तमिलनाडु के संगठन

बेलगढिय़ा में जो धर्मांतरण हुआ है उससे झारखंड की मिशनरियों का कोई लेना-देना नहीं। बेलगढिय़ा चर्च के लोग तमिलनाडु के चर्च से जुड़े हैैं। इसके पीछे तमिलनाडू के लोगों का हाथ है।

By MritunjayEdited By: Published: Wed, 24 Jun 2020 09:50 PM (IST)Updated: Wed, 24 Jun 2020 09:50 PM (IST)
Conversion in Belgaria: ईसाई मिशनरियों ने भी माना बेलगढ़िया में हुआ धर्मांतरण, इसके पीछे तमिलनाडु के संगठन

धनबाद [बलवंत कुमार]।अग्नि प्रभावित झरिया से विस्थापित होकर बेलगढिय़ा टाउनशिप में पुनर्वासित किए गए जरूरतमंद लोगों के धर्मांतरण पर ईसाई मिशनरियों के बीच भी मतभेद हैं। इनमें अब झारखंडी और गैर झारखंडी का भाव देखने को मिल रहा है। झारखंड में प्रोटेस्टेंट मत को मानने वाली ईसाई की बड़ी आबादी चर्च ऑफ नार्थ इंडिया (सीएनआइ) से जुड़ी है। इसका मुख्यालय रांची में है। इसी तरह धनबाद में रहने वाले कैथोलिक ईसाइयों की प्रभावी संस्था रोमन कैथोलिक केथेड्रल है, जिसका मुख्यालय जमशेदपुर में है। इन दोनों संगठनों के धनबाद में चर्च हैं, जो 100 साल से भी अधिक पुराने हैं। दोनों संगठनों के प्रतिनिधियों का दावा है कि बेलगढिय़ा में जो धर्मांतरण हुआ है, उससे झारखंड की मिशनरियों का कोई लेना-देना नहीं। बेलगढिय़ा चर्च के लोग तमिलनाडु के चर्च से जुड़े हैैं। वहां के धर्मांतरण के पीछे तमिलनाडू के लोगों का हाथ है।

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दरअसल, कैथोलिक और प्रोटेस्टेंट ईसाइयों के राष्ट्रीय स्तर पर कई धार्मिक संगठन हैं, जिनके अधीन चर्चों का संचालन किया जाता है। झारखंड में प्रोटेस्टेंट ईसाइयों की बड़ी आबादी सीएनआई से जुड़ी हैं, तो रोमन कैथोलिक को मानने वाले संत एंथोनी चर्च में प्रार्थना करने जाते हैं। झारखंड के प्रोटेस्टेंट ईसाइयों की प्रभावी संस्था सीएनआई द्वारा संचालित संत मेरी चर्च के सचिव मार्शल कंडुलना ने कहा कि बेलगढिय़ा में धर्म प्रचार करने वालों से उन लोगों का कोई लेना देना नहीं है। बेलगढिय़ा में चूकि प्रोटेस्टेंट चर्च ने ही धर्मांतरण कराया है, इस कारण सीएनआई के लोग भी सकते में हैं।

बेलगढिया में जो कुछ हुआ है, उसे सही नहीं कह सकते।  वहां चर्च बनाने और चलाने वालों से सीएनआइ का कोई संबंध नहीं है। वे लोग तमिलनाडु से हैं, जहां तक जबरन धर्मांतरण की बात है तो वह कतई जायज नहीं है। सरकार के नियम भी इस मामले में सख्त हैं। 

-मार्शल कंडुलना, सचिव, संत मेरी चर्च, प्रोटेस्टेंट संस्था सीएनआई से संचालित

गलत काम करने वाले अब खुद को बचाने के लिए अनर्गल बातें कर रहे हैं। वे लोग कैथोलिक पर दोषारोपण कर रहे हैं।

-ज्ञान प्रकाश टोपनो, फादर, संत एंथोनी चर्च, रोमन कैथोलिक केथेड्रल से संचालित


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