Dhanbad Crime News: भाई ने पहले मर्डर केस में फसाया और फिर ले ली पिता की नौकरी...पढ़िए स्वार्थ में अंधे भाई की घिनौनी कृृृत
गोविंदपुर भितिया के एक पारा शिक्षक की कहानी अजीबो गरीब है। पुलिस ने उसे पत्नी की हत्या के आरोप में 6 साल पूर्व जेल भेज दिया थावह अपने को निर्दोष बता रहा है। छोटन का कहना है कि वह भले अपनी पत्नी की हत्या क्यों करेगा।
धनबाद, जेएनएन: गोविंदपुर भितिया के एक पारा शिक्षक की कहानी अजीबो गरीब है। पुलिस ने उसे पत्नी की हत्या के आरोप में 6 साल पूर्व जेल भेज दिया था,पर जेल से छूटने के बाद वह अपने को निर्दोष बता रहा है। छोटन का कहना है कि वह भलाा अपनी पत्नी की हत्या क्यों करेगा।
उसकी पत्नी की हत्या कर उसे एक साजिश के तहत उसे हत्या के मुकदमे में फंसाया गया। छूटन महतो ने इस पूरे मामले में अपने मंझले भाई रखाल को दोषी बताया है तथा इसकी शिकायत एसएसपी असीम विक्रांत मिंज से भी की है। पारा शिक्षक छोटन महतो ने एसएसपी को दिए आवेदन में लिखा है कि उसके पिता जागेश्वर साव बीसीसीएल में नौकरी करते थे।
27 दिसंबर 2004 को उसके पिता की ड्यूटी के दौरान ही मौत हो गई थी। इसके बाद उसके भाई रखाल पिता की नौकरी अनुकंपा पर लेने के लिए उसे जान से मारने की धमकी देने लगे थे। छोटन आवेदन में यह भी लिखा है कि पिता की मौत के बाद आर्थिक तंगी के कारण वह घर से बाहर काम करने चला गया था। उसकी पत्नी निर्मला देवी तथा उसका मंझला भाई घर में था। तभी उसे जेल भिजवाने के लिए घर में ही साजिश रचा गया। उसके गैर हाजरी में घर में उसकी पत्नी की हत्या हो गई। और हत्या का ठीकरा उसके माथे पर फोड़ा गया। जिस वक्त उसकी पत्नी निर्मला की हत्या हुई थी उस वक्त घर में रखाव भी मौजूद था। रखल ने साजिश कर उसे इस केस में फंसाया और पिता की नौकरी ले ली। पत्नी की हत्या के आरोप में जेल भिजवाने के बाद उसके भाई ने उसके एटीएम भी ले लिए थे खाता में रखे 45000 भी निकाल लिए थे। इसकी शिकायत पहले गोविंदपुर थाना में भी किया था, पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।